किसान केसरी रामेश्वर डूडी गुट में दिपावली जैसी खुशियां,कंही जोश में यह गलतियां पड़ ना जाए भारी!


-नारायण उपाध्याय की कलम….
बीकानेर@जागरूक जनता। किसान केसरी रामेश्वर डूडी ने प्रदेश की राजनीति में धमाकेदार एंट्री की है जंहा उन्हें हाल ही में राजस्थान एग्रो इंडस्ट्रीज डवलपमेंट बोर्ड में चैयरमेन बनाया है साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भरोसा जताते हुए उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दे दिया है। जिसके बाद डूडी गुट में दीपावली जैसी खुशीयां मनाई जा रही है। इस खुशी का अंदाजा सोमवार को रामेश्वर डूडी की राजनीतिक नियुक्ति के बाद प्रथम बार बीकानेर आगमन के दौरान स्वागत की तस्वीरों से लगाया जा सकता है जयपुर से लेकर बीकानेर तक उनके समर्थको में स्वागत को लेकर होड़ मची हुई थी। श्रीडूंगरगढ़ से बीकानेर तक तो डूडी का रिकॉर्डतोड़ स्वागत हुआ जंहा इस 70 किमी के सफर में ही 7 घण्टे से ज्यादा का वक्त लग गया । डूडी बीकानेर के जाट धर्मशाला में आधीरात करीब 1 बजे पहुंचे जंहा उनकी बाट जोह रहे समर्थको और कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ फूल मालाओं से स्वागत सत्कार कर अपने नेता के प्रति अट्टू समर्थन जताया ।

रामेश्वर डूडी भी अपने समर्थकों की तादाद से बड़े खुश और आत्मविश्वास से लबरेज नजर आए, लेकिन किसान केसरी डूडी को बीते विधानसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेना होगा क्योंकि इसी बड़े आत्मविश्वास से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यह नही है कि डूडी वोटरों के चहेते नही है वरन उनके इर्दगिर्द भँवरे की तरह मंडराने वाले चमचों की कारस्तानियों की वजह से डूडी को विधानसभा चुनाव में पिछड़ना पड़ा था। दूसरे नेता व मंत्रियों की तुलना में बीकानेर संभाग में डूडी किसान हितैषी के रूप में गिने जाते है लेकिन इनके साथ भँवरे की तरह मंडराने वाले चमचे डूडी की साख को दबाने का काम कर रहे हैं । यह बात दबी जुबान से उनके सुपर एक्सकलुसिव समर्थक कहते हैं कि जब से समझ पकड़ी वे डूडी साहब को वोट देते आए हैं, जब कोई फरियाद या समस्या के लिए फोन करते हैं तो उनके चमचे हर बार यही कहते हैं कि साहब अभी बीजी है। अब ये सुपर एक्सकलुसिव समर्थक किसी दूसरे नेता के पास जा भी नही सकते क्योंकि सुपर एक्सकलुसिव जो ठहरे। ऐसे में रामेश्वर डूडी को समय रहते इन गलतियों को सुधारना होगा, ताकि भूतकाल में हुई गलतियां दोबारा ना दोहराई जाए।


Jagruk Janta

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