समृद्ध अन्नदाता तो समृद्ध भारत की परिकल्पना को साकार करती नमो सरकार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के भागलपुर से पीएम किसान सम्मान निधि योजना में किसानों को 9.8 करोड़ किसानों को 22 हजार करोड़ रु. की राशि जारी कर सरकार की किसानों के प्रति प्रतिवद्धता को दोहरा दिया है। मोदी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में से एक बड़ी उपलब्धि यह मानी जानी चाहिए कि अब सरकार द्वारा किसानों सहित किसी भी सामाजिक सुरक्षा योजना में पैसा जारी किया जाता है तो वह सीधे लाभार्थी के खाते में जारी होने से सीधा लाभ लाभार्थी को मिलता है और किसी जमाने में जो कहा जाता था कि सरकार द्वारा जारी एक रुपया लाभार्थी तक पहुंचते पहुंचते 15 पैसा रह जाता है मोदी सरकार आने के बाद बीते जमाने की बात हो गई है। कहने को तो जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कड़ा निर्णय लेते हुए बैंकों में जन धन खाते खुलवाये गये तो विपक्ष ने हो-हल्ला मचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी पर आज जब सीधे लाभार्थी के खाते में पैसे जा रहे हैं तब इसकी अहमियत का पता चलने लगा है। आज किसान को उसकी फसल की सरकारी खरीद का पैसा सीधे किसान के खाते में जाता है तो किसान का चेहरा खिल जाता है। नरेन्द्र मोदी का स्पष्ट मानना है कि किसानों की खुशहाली से ही देश की खुशहाली संभव है तो दूसरी और सरकार ने किसानों की आय को दो गुणा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। बुवाई के पहले ही सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा कर दी जाती है तो एमएसपी की दरों में भी लगातार इजाफा किया जा रहा है।
प्राचीन समय से हमारा देश कृषि प्रदान देश रहा है। गांधी जी कहा करते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है पर पूर्ववर्ती सरकारों ने किसानों का वोट बैंक के रुप में तो भरपूर फायदा उठाया पर कभी किसानों का आर्थिक स्तर समुन्नत करने के ठोस प्रयास नहीं किये। कहने को तो योजनां बहुत बनी पर उन योजनाओं का लाभ किसानों तक नहीं पहुंचा और यही कारण रहा कि नई पीढ़ी का खेती किसानी से मोह भंग होने लगां। हालात यह हो गई ग्रामीण युवाओं का शहरों की और तेजी से पलायन बढ़ा है और जिस तरह से रोजगार के अवसर विकसित होने चाहिए थे या आय बढ़नी चाहिए थी वह नहीं हो सकी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खेती किसानी के हालातों को समझा है और यही कारण है कि एक साथ कई मोर्चों पर कदम बढ़ाते हुए किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें वास्तविक संबल प्रदान करने के सार्थक प्रयास किये हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मानना रहा है कि किसान समृद्ध होता तब ही समृद्ध भारत की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। किसानों को सम्मान निधि के रुप में 2-2 हजार की तीन किश्त में कुल छह हजार की राशि सीधे काश्तकार के खाते में हस्तांतरित करने के साथ ही नियमितता और समयवद्धता पर खास जोर दिया गया है। यह इससे भी स्पष्ट हो जाता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार 24 फरवरी को बिहार के भागलपुर में आयोजित समारोह में 19 वीं किश्त जारी की है। फरवरी, 2019 में आरंभ की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से 18वी किश्त तक 11 करोड़ से अधिक पात्र किसानों को साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि सीधे खातों में हस्तांतरित हो चुकी है।
दूसरी और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा सरकार ने चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किये गये वादे के अनुसार पहले दो हजार और अब एक हजार रुपए और बढ़ाकर कुल 3 हजार रु. कर दी है। अब राजस्थान के किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा सम्मान निधि में छह हजार और राजस्थान सरकार द्वारा 3 हजार कुल 9 हजार रुपए मिलने लगे हैं। यह अपने आप में किसानों के प्रति मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और भाजपा की प्र्रतिवद्धता का परिचायक है। राजस्थान में 65 लाख से किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि के रुप में 653 करोड़ रुपए हस्तांतरित किये जा चुके हैं। दूसरी और तीसरी किश्त के रुप में 704 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी कर दी गई है। पात्र नए किसानों को भी इस योजना से जोड़ा जा रहा है।
देखा जाये तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार किसानों की आय दो गुणी करने, खेती किसानी को बढ़ावा देने, खेती किसानी के लिए आधारभूत संरचना विकसित करने, कृषि उपज की भण्डारण क्षमता विकसित करने और बाजार नियंत्रण के साथ ही कृषि उत्पादों का लाभकारी मूल्य दिलाने और निर्यात को बढ़ावा देने के समग्र प्रयास किये जा रहे हैं। दलहन और तिलन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिशन बनाये गये हैं तो गांवों में किराये पर मंहगे कृषि उपकरण किसानों को नामनात्र के किराये पर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। लखपति दीदी योजना से भी महिलाओं को जोड़ा जा रहा है। नमो ड््रोन दीदी योजना में एक हजार ड््रोन महिलाओं को सौंपे जाएंगे। खेती किसानी को लाभकारी बनाने के लिए केन्द्र सरकार अब धन्यधान्य योजना ला रही है तो देश की सहकारी संस्थाओं को मजबूत कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सक्षमता प्रदान करने में जुटी है। ऐसे में यह कहना कि सरकार पीएम किसान सम्मान निधि में राशि जारी कर अपने राजनीतिक लाभ में जुटी है उसके स्थान पर यह कहना अधिक उपयुक्त होगा कि सरकार किसानों को उनका सम्मान लौटाने के साथ साथ खेती के समग्र विकास के लिए काम कर रही है। जैविक खेती, परंपरागत खेती, पशुपालन सहित खेती किसानी से जुड़े सभी पक्षों को जोड़ते हुए आगे बढ़ रही है ताकि देश का किसान समृद्ध किसान हो और किसान की खुशहाली के साथ ही देश की खुशहाली सुनिश्चित हो सके।

नरेन्द्र कटारा, प्रदेश प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी,राजस्थान

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