हाईटेक सुरक्षा के बीच राजस्थान विधानसभा का सत्र दस फरवरी से शुरू होगा
जयपुर. राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र (Rajasthan Legislative Assembly Budget session)10 फरवरी से शुरू होगा. इस बार सत्र को लेकर विशेष एहतियात बरती जा रही है. इसके लिए सदन में जाने वाले सदस्यों का पहले से रजिस्ट्रेशन होगा. उन्हें 8 फरवरी तक रजिस्ट्रेशन कराना होगा. सदन में बैठक के दौरान गलियारों की सुरक्षा की दृष्टि से सदन के समीप बने सभी प्रेस प्रवेश द्वारों पर फ्लैप बैरियर लगाए जा रहे हैं. हाई सिक्योरिटी फ्लैप बैरियर (High Security Flap Barrier)के जरिए विधायकों और विधानसभा के चुनिंदा कर्मचारियों को अंदर जाने के लिए उनके चेहरे की पहचान यानी फेस रीडर और हाथ के वेव करने पर ही फ्लैप बैरियर खुलेगा. इसके साथ ही सदन के अंदर कोरोना की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जाएगा. इसके लिए लगभग 30 विधायकों को कुर्सियों के बजाए सोफे पर बिठाया जाएगा.
बताया गया है कि 10 फरवरी से शुरू हाने जा रहे विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों को विधानसभा के मुख्य भवन से सदन के अंदर तक जाने तक में सुरक्षा के इंतजामों से रूबरू होना पड़ेगा. अभी तक विधानसभा के चारों दरवाजों पर पहले से ही फ्लैप बैरियर के जरिए अंदर प्रवेश दिया जाता है जो कि विधानसभा सदस्य और विधानसभा के कर्मचारियों अधिकारियों के साथ में आगंतुकों के लिए होता है. इस बार सुरक्षा की दृष्टि से विधानसभा सचिवालय ने सदन के अंदर जाने वाले सभी चारों दरवाजों पर भी फ्लैप बैरियर लगाए जा रहे हैं. यह फ्लैप बैरियर इतने हाईटेक हैं कि रजिस्टर्ड लोग ही इनको पार कर सकेंगे.
दरअसल, विधानसभा सत्र के दौरान विधानसभा सदस्यों के साथ में बड़ी संख्या में लोग पहुचते हैं, जिसमें समर्थकों के अलावा विधायकों का निजी स्टाफ होता है. यह सब सदन के कोरिडोर समेत हां पक्ष और ना पक्ष लॉबी तक पहुंच जाते हैं. ऐसे लोगों को रोकने के लिए फ्लैप बैरियर लगाए जा रहे हैं. यह फ्लैप बैरियर ऐसे हैं कि फेस रीडर और वेव रीडर के जरिए ही खुलेंगे. यानी जो लोग सदन के अंदर जाएंगे उनको अपना रजिस्ट्रेशन पहले करवाना होगा. सदन की बैठक के दौरान काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के रजिस्ट्रेशन का काम पूरा हो चुका है. अब 8 फरवरी तक सभी सदस्यों को रजिस्ट्रेशन करवाने का काम जारी है. इसके लिए विधायकों के फेस रीडर और हाथों की वेव रीडर के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है.
सत्र के दौरान कोरोना गाइडलाइन का होगा पालन
विधानसभा के अंदर इस बार भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सदस्यों को हाउस में बिठाया जाएगा. पिछले सत्र की तरह लगभग 30 सदस्यों को तय सीट के स्थान से अलग सीटों पर बैठाया जाएगा. जिनके लिए इस बार कुर्सियों के स्थान पर सोफे लगाए गए हैं. इन सोफों के सामने किसी भी तरह की टेबल नहीं होगी. जिन विधायकों को सोफे पर बिठाया जाएगा उनके लिए माइक के स्थान पर लैपल माइक की सुविधा भी दी जाएगी, ताकि वह अपनी बात सदन में उसी तरह से रख सकें जिस तरह से वह तय सीट पर बैठकर रखते थे.