देश में मंगलवार को इस बात पर चर्चा तेज हो गई कि क्या देश के नाम के लिए अब इंडिया की जगह भारत लिखा जाएगा? इस पर कांग्रेस आम आदमी पार्टी समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। वहीं भाजपा ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को देश के सम्मान एवं गौरव से जुड़े हर विषय से इतनी आपत्ति क्यों है?
नई दिल्ली। देश में मंगलवार को इस बात पर चर्चा तेज हो गई कि क्या देश के नाम के लिए अब ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ लिखा जाएगा? दरअसल, जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) में रात्रिभोज के लिए राष्ट्रपति भवन (President of India) से आमंत्रण पत्र भेजा गया, जिसमें ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा था। ये आमंत्रण पत्र जारी होने के बाद विभिन्न पार्टियों के बीच सियासी घमासान मच गया है।
केंद्रीय मंत्री प्रधान ने किया स्वागत
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने अपने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट किया, जिसमें प्रेसिडेंट ऑफ भारत के नाम से उन्हें जारी एक आमंत्रण पत्र था। केंद्रीय मंत्री ने इस पोस्ट पर लिखा, जन गण मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्य विधाता।
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस (Congress) ने इसके लिए सीधे केंद्र सरकार पर हमला बोला। उसने कहा कि जी-20 सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति द्वारा मेहमानों को भेजे गए निमंत्रण पत्र में रिपब्लिक ऑफ ‘इंडिया’ की जगह रिपब्लिक ऑफ ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल किया गया है। कांग्रेस ने सवालिया लहजे में पूछा कि INDIA से इतना डर? कांग्रेस ने कहा कि यह विपक्ष के लिए मोदी सरकार की नफरत है या एक डरे और सहमे हुए तानाशाह की सनक?
भाजपा ने कांग्रेस पर किया पलटवार
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को देश के सम्मान एवं गौरव से जुड़े हर विषय से इतनी आपत्ति क्यों है? उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि भारत जोड़ो के नाम पर राजनीतिक यात्रा करने वालों को ‘भारत माता की जय’ के उद्घोष से नफरत क्यों है?
जेपी नड्डा ने कहा
स्पष्ट है कि कांग्रेस के मन में न देश के प्रति सम्मान है, न देश के संविधान के प्रति और न ही संवैधानिक संस्थाओं के प्रति। उसे तो बस एक विशेष परिवार के गुणगान से मतलब है। कांग्रेस की देश विरोधी एवं संविधान विरोधी मंशा को पूरा देश भली भांति जानता है।
विहिप ने इंडिया शब्द को भूलने की बात कही
इस मामले पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) का भी बयान सामने आया है। विहिप ने निमंत्रण पत्र में भारत शब्द इस्तेमाल किए जाने की सराहना की है और कहा कि अब इंडिया शब्द को भूल जाएं। विहिप राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने अपने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि हमें भारत की राष्ट्रपति पर गर्व है। उन्होंने लिखा कि आइए इंडिया शब्द को भूल जाएं।
भारत शब्द पर आम आदमी पार्टी ने क्या कहा?
वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पूछा कि इंडिया का नाम बदलकर भारत क्यों किया जा रहा हैं? उन्होंने कहा कि कहा जा रहा है कि I.N.D.I.A. गठबंधन के नाम की वजह से। उन्होंने पूछा कि अगर कुछ पार्टियों का नाम इंडिया हो जाता है, तो वो देश का नाम बदल देंगे?
जदयू ने केंद्र सरकार पर किया हमला
इधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने कहा, ये डर अच्छा है। उन्होंने कहा कि अभी जो केंद्र में हैं, अब वो हारेंगे। साथ ही उन्होंने अपने आईएनडीआईए गठबंधन का जिक्र करते हुए पूछा कि इससे इतना क्यों डर है।