रींगस से मेंहदीपुर बालाजी तक की यात्रा पर निकले
मेहंदीपुर बालाजी @ jagruk janta। कहते हैं भगवान के प्रति यदि श्रद्धा, भक्ति और विश्वास हो तो वह इंसान कुछ भी कर सकता है। अपने मन में मानव कल्याण की भावना लिए विष्णु दास जी महाराज ने जब अपनी यात्रा रींगस से मेहंदीपुर बालाजी के लिए शुरू की तब उनको भी अपनी यात्रा बहुत बड़ी और मुश्किलों भरी लगी थी। पर ईश्वर के प्रति श्रद्धा, भक्ति और विश्वास ने उनको मन में जागृत मानव कल्याण की भावना पूरा करने के लिए उनको साहस और बल दिया और उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की। विष्णु दास जी महाराज यह दंडवत यात्रा बिना अन्न के सिर्फ जल ग्रहण करके कर रहे हैंl रींगस से महाराज ने 40 किलोमीटर यात्रा तय की है । महाराज को 180 किलोमीटर दूर तय कर मेंहदीपुर बालाजी पहुचना है । विष्णु दास जी महाराज का लोग जगह-जगह स्वागत कर रहे है व उनका आशीर्वाद भी ले रहे है । महाराज द्वारा दी जाने वाली दंडवत यात्रा इतनी आसान भी नहीं है लोग गुजरे तो देखने वालों के मन में यह विचार उत्पन्न हुआ .यह संत इस तरह से सड़क पर दंडवत प्रणाम करते हुए कैसे चल रहा है।
वैसे तो आम आदमी पैदल किलोमीटर तक चल सकता है। पर विष्णु दास जी महाराज ने दंडवत प्रणाम करते हुए मन मे ईश्वर के प्रति भक्ति लिए और धीरे-धीरे मानव कल्याण की भावना लिए मन में अपने निश्चित स्थान की ओर अग्रसर हो रहे।
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