जयपुर@जागरूक जनता। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जल्दी ही मंत्रिमंडल विस्तार करना पड़ सकता है। कांग्रेस हाईकमान ने जिस तरह गहलोत सरकार के मंत्रियों को कुछ राज्यों में आगामी चुनावों की ज़िम्मेदारी सौंपी है, उससे ये संकेत मिल रहे हैं। अभी तक गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार को टालते रहे हैं। सियासी जानकार मानते हैं कि इसके पीछे मुख्यमंत्री गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चलने वाली सियासी जंग है। इन दोनों नेताओं की सुलह कराकर आलाकमान ने मामला शांत तो कर दिया था, लेकिन पायलट खेमा मंत्रिमंडल विस्तार में अबतक उतनी जगह नहीं हासिल कर सका है। लेकिन अब कांग्रेस ने राजस्थान के दिग्गज नेता और गहलोत सरकार में मंत्री हरीश चौधरी और डॉ. रघु शर्मा को अहम जिम्मेदारी सौंपकर मंत्रिमंडल विस्तार करने का रास्ता खोल दिया है।
चुनावी राज्यों की जिम्मेदारियां मिलने के बाद इन मंत्रियों ने पार्टी हाईकमान से एक ही पद पर रहने की मंशा भी जता दी है। शीर्ष नेतृत्व ने भी नेताओं को मंत्री पद छोड़कर अपने प्रभार वाले राज्यों में सक्रिय रहने के संकेत दिए हैं। कांग्रेस हाईकमान का ये पैंतरा सीएम गहलोत और उनके विरोधी गुटों के बीच चल रही खींचतान को खत्म करने की कोशिश मानी जा रही है। जाहिर है कि अब मुख्यमंत्री को मंत्रिमंडल विस्तार करना ही पड़ेगा।