कबाड़ (स्क्रैप) को बेचकर कमाए 237 करोड़ रूपये
रेलवे बोर्ड द्वारा दिए गए लक्ष्यों को 1 माह पहले ही किया पार
बीकानेर@जागरूक जनता। रेलवे द्वारा रेल परिसरों में अनुपयोगी तथा व्यर्थ पडे कबाड (स्क्रैप) के निस्तारण करने के लिये अनेक कार्य किये जा रहे है जिससे इनके हटने से सुरक्षा में वृद्धि होने के साथ-साथ परिसरों में स्वच्छता को भी सुनिश्चित किया जा सकें। विजय शर्मा, महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे के दिशा-निर्देशों तथा प्रयासों से उत्तर पश्चिम रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में अनुपयोगी तथा व्यर्थ पड़े कबाड (स्क्रैप) को बेचकर 237 करोड़ रूपये (फरवरी 2022 तक) आय का अर्जन किया है। उल्लेखनीय है कि उत्तर पश्चिम रेलवे ने गत वर्ष फरवरी माह तक स्क्रैप निस्तारण से 76 करोड रूपये की अधिक आय अर्जित की है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार भण्डार विभाग द्वारा फील्ड यूनिट्स से पुराने कबाड़ को हटाने तथा बेचने के लिए अभियान के तहत कार्य किया जा रहा है। भण्डार विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष में फरवरी माह तक अजमेर मंडल एवं अजमेर डिपो पर 106.18 करोड़, बीकानेर मंडल एवं बीकानेर डिपो पर 18.83 करोड़, जोधपुर मंडल एवं जोधपुर डिपो पर 57.85 करोड़ तथा जयपुर मंडल पर 53.82 करोड़ सहित उत्तर पश्चिम रेलवे पर 237 करोड़ रूपये के कबाड (स्क्रैप) का निस्तारण किया जोकि गत वर्ष की इसी अवधि से 76 करोड़ अधिक है। उत्तर पश्चिम रेलवे को इस वर्ष कबाड (स्क्रैप) निस्तारण से 230 करोड़ रूपये की आय अर्जित करने का लक्ष्य प्रदान किया गया था, जिसे 1 माह शेष रहते ही पार कर लिया गया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर स्क्रैप के निस्तारण के लिए मिशन मोड़ पर कार्य किया जा रहा है। इसके तहत सभी मंडलों पर वर्ष 2021–22 के अंत तक जीरो स्क्रैप का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। देश में महामारी कि संकट की स्थिति के दौरान भी उत्तर पश्चिम रेलवे की यह एक बड़ी उपलब्धि है।