आमेर महल में हर साल नवरात्रा पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है।
जयपुर। राजधानी जयपुर में बढ़ते कोरोना केसों को देखते हुए कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले मेलों के आयोजन पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है। कलेक्टर ने जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर क्षेत्र में होने वाले तमाम मेलों के आयोजन पर रोक लगाने और आदेशों की पालना करवाने के लिए कहा है।
आदेशों के मुताबिक जयपुर के ग्रामीण इलाकों में आगामी दिनों में चैत्र नवरात्रा, महावीर जयंती, चेटीचंड, गणगौर पर कई बड़े स्तर पर आयोजन होते है। इन मेलों में बड़ी संख्या में लोग आते है, जिससे भीड़ बढ़ेगी। अक्सर देखा गया है कि मेलों में लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते। इसे देखते हुए मेला आयोजन समितियों से वार्ता कर मेलों के आयोजन पर तत्काल प्रभाव रोक लगाई जाए।
11 दिन में जयपुर में आए है 5 हजार से ज्यादा मामले
जयपुर की बात करें तो यहां कोरोना का संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। बीते पांच दिनों से यहां 500 से ज्यादा संक्रमित केस प्रतिदिन मिल रहे है। अप्रैल की बात करें तो 11 दिन के अंदर जिले में 5,277 नये केस सामने आ चुके है, जबकि 11 जनों की जान जा चुकी है। जयपुर में मिले ये केस पिछले साल अप्रैल, मई, जून, जुलाई, जबकि इस साल जनवरी, फरवरी और मार्च की तुलना में कहीं ज्यादा है।
जयपुर शहर में प्रमुख मेले पर भी रोक
जयपुर शहर की बात करें तो बीते दिनों चैत्र नवरात्रा में आमेर स्थित शिलामाता के यहां भरने वाला सबसे बड़ा मेले पर मंदिर प्रबंधन और स्थानीय पुलिस ने रोक लगा दी है। आमेर महल के पास लगने वाले इस मेले में हर साल चैत्र नवरात्रा पर जयपुर शहर सहित राज्य के अन्य शहरों से हजारों की संख्या में लोग आते है और माता के दर्शन करते है। कोरोना को बढ़ते केसों को देखते हुए मंदिर प्रबंधन कमेटी ने इस बार भी मेले के आयोजन और श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है।