सीएमएचओ डॉ. कश्यप की उदासीनता बीकानेर पर पड़ रही भारी,कलेक्टर मेहता क्यों नही कर रहे कार्यवाही??


सीएमएचओ डॉ. कश्यप की उदासीनता बीकानेर पर पड़ रही भारी,कलेक्टर मेहता क्यों नही कर रहे कार्यवाही??

-नारायण उपाध्याय
बीकानेर@जागरूक जनता । जिले में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे है,रोजाना इस वायरस के आंकडो में बढ़ोतरी होती जा रही है साथ ही मौतों का आंकड़ा भी दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है जंहा प्रतिदिन औसतन 10 से 15 मौते इस वायरस से हो रही है । वंही खतरे की बात यह है कि इस वायरस ने जिले के ग्रामीण इलाको पर अपना कब्जा पूरी तरह से जमा लिया है लेकिन जिले के सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप इसके प्रति गम्भीर नजर नही आ रहे है । इनके कार्यकाल में स्वास्थ्य सेवाएं लगभग पूरी तरह से चरमरा सी गई है । पॉजिटिव मरीज खुलेआम बाहर घूम रहें है, जिससे बड़ी संख्या में संक्रमण होने का खतरा पैदा हो रहा है । वंही कोरोना की पहली लहर में जंहा ग्रामीण इलाके इस वायरस की जद से काफी दूर थे लेकिन लेकिन सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप की सुस्ती और उदासीनता के चलते हाल में चल रही दूसरी लहर में तो ग्रामीण क्षेत्रों में तो इस वायरस की बाढ़ सी आ गई । अगर जल्द ही संक्रमण पर काबू पाया नही गया तो हालात भयावह होते देर नही लगेगी ।
कलेक्टर मेहता संज्ञान लेकर क्यों नही कर रहे सीएमएचओ पर कार्यवाही??
जिले में हालात विकट होते जा रहे है सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप कोरोना संक्रमण रोकने में पूरी तरह से विफल होते नजर आ रहे है । ऐसे में जिला कलेक्टर चाहें तो उनकी विफलता को लेकर राज्य सरकार से शिकायत कर डीओ लेटर भेजकर इन्हें बीकानेर सीएमएचओ पद से हटाने की अनुशंसा कर सकते है ताकि समय रहते राज्य सरकार काबिल सीएमएचओ को बीकानेर भेजे, जिससे कि बीकानेर को जल्द कोरोना संक्रमण से मुक्ति मिल सके । अभी हाल ही में प्रदेश के अलवर जिला कलेक्टर नन्नूमल  पहाड़िया ने स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही व कोरोना संक्रमण में सीएमएचओ डॉ. ओपी मीणा की विफलता व उदासीनता के चलते चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव को डीओ लेटर लिखकर कहा कि सीएमएचओ लापरवाह और उदासीन है मरीजों को परेशानी भुगतनी पड़ रही है, ऐसे में सीएमएचओ को यंहा से हटाना बेहद जरूरी है । ऐसे में जब प्रदेश में एक और अलवर जिला कलेक्टर लापरवाह सीएमएचओ पर कड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें हटाने की अनुशंसा करते है तो वंही बीकानेर जिला कलेक्टर  सीएमएचओ की लापरवाही व लचर स्वास्थ्य सेवाओं पर चुप्पी साधे हुए है । ऐसे में बड़ा सवाल है कि एक और राज्य सरकार कोरोनाकाल में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सजग है तो वंही बीकानेर में सीएमएचओ की इस तरह की लापरवाही पर जिले के मुखिया का मौन होना शायद कोई बड़ी वजह होगी । ख़ैर हमारा मकसद इस खबर के माध्यम से सिर्फ इतना ही है कि लापरवाही पर अंकुश लगे, ताकि जिले में कोरोना पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके । हम यंहा यह भी स्पष्ट कर देना चाहते है कि जिला कलेक्टर मेहता रात-दिन मेहनत कर रहे है लेकिन उनकी मेहनत पर सीएमएचओ की लापरवाही भारी पड़ रही है ऐसे में मेहता साहब से इस पर गौर फरमाने का निवेदन है ।


Jagruk Janta

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