अपने आप को राज्यसभा सदस्य बताकर कलेक्टर व आयुक्त पर रौब झाड़ रहा था,विजिटिंग कार्ड से खुली नकली की पोल
बूंदी@जागरूक जनता। जिला पुलिस ने नकली राज्यसभा सदस्य का भंडाफोड़ करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को पंजाब का भाजपा सांसद बताकर कोटा के संभागीय आयुक्त केसी मीणा और बूंदी की जिला कलेक्टर रेनू जयपाल को गुमराह कर रहा था। आरोपी दोनों अधिकारियों पर रौब झाड़कर निजी जमीन के काम निकलवा रहा था।
शक होने पर फर्जी राज्यसभा सदस्य जगजीत सिंह और उसके साथी रविंद्र सिंह छाबड़ा को बूंदी के पुलिस अधीक्षक जय यादव की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दोनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ कर रही है।
विजिटिंग कार्ड से हुआ भंडाफोड़, और पकड़ा गया
आरोपी जगजीत सिंह ने नरिंद्र सिंह गिल के नाम से राज्यसभा सांसद के विजिटिंग कार्ड भी बना रखे थे। उस पर अशोक चिन्ह नहीं था। इससे ही उसके फर्जीवाड़े की पोल खुली। पुलिस ने उसे एक ढाबे पर सोते वक्त दबोच लिया। एसपी जय यादव ने बताया कि जिला कलेक्टर कार्यालय से सूचना मिली थी, दो व्यक्ति एक सफेद रंग की इंडिका में सरकारी कार्यालयों में घूम रहे हैं। इनमें से एक आदमी जो पगड़ी में है, वह अपने आप को नरिंद्र सिंह गिल, पंजाब से भाजपा के राज्यसभा सांसद होना बता रहा है। यह संदिग्ध व्यक्ति है। इस सूचना के बाद पुलिस टीम गठित कर कार इंडिका विस्टा सफेद रंग व दो व्यक्तियों की तलाश कर गाड़ी नंबर RJ08CA3691 को जब्त कर दो आरोपियों जगजीत सिंह और रविन्द्र सिंह छाबडा को गिरफ्तार कर लिया गया।
कलेक्टर के निजी सहायक की रिपोर्ट पर कार्रवाई
बूंदी कलेक्टर रेणु जयपाल के निजी सहायक पुनीत बिहारी भारद्वाज की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। आरोपी रविंद्र छाबड़ा का आपराधिक रिकॉर्ड भी मिला है। आरोपी जगजीत सिंह बूंदी प्रवास पर पहुंचे कोटा संभाग के आयुक्त केसी मीणा थे भी मिला था। उन्हें भी अपना परिचय राज्यसभा सदस्य के रूप में दिया था और अपनी जमीन का काम निकलने की बात करते हुए बूंदी जिला कलेक्टर को निर्देश देने को कहा था।