प्रतापगढ़ जिले के धरियावद विधानसभा क्षेत्र से विधायक गौतम लाल के निधन से एक बार फिर विधानसभा में विधायकों की संख्या 198 रह गई है। कांग्रेस विधायक गजेंद्र शक्तावत के निधन की वजह से वल्लभनगर सीट खाली पड़ी है।
जयपुर # jagruk janta। प्रतापगढ़ जिले के धरियावद विधानसभा क्षेत्र से विधायक गौतम लाल मीणा का बुधवा सुबह उदयपुर के एमबी अस्पताल में कोरोना के चलते निधन हो गया। मीणा तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए थे। साल 2003 में पहली बार विधायक चुने गए थे, तब वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री बनी थीं। इसके बाद साल 2013 और 2018 का विधानसभा चुनाव भी जीता। मीणा का जन्म 22 जुलाई 1965 को हुआ था और उनका पेशा खेती-बाड़ी था।
मीणा के निधन से एक बार फिर विधानसभा में विधायकों की संख्या 198 रह गई है। कांग्रेस विधायक गजेंद्र शक्तावत के निधन की वजह से वल्लभनगर सीट खाली पड़ी है। पिछले दिनों ही सहाड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ सीटों पर उप चुनाव हुए थे, जिसमें एक सीट भाजपा और दो सीट कांग्रेस को मिली थी। हालांकि वल्लभनगर सीट पर चुनाव होना था, लेकिन कोविड की वजह से आयोग ने फिलहाल चुनाव नहीं कराने का फैसला लिया था।
एक साथ नहीं बैठे 200 विधायक
राजस्थान विधानसभा के वर्तमान भवन का संचालन का काम 2001 से शुरू हुआ। तब से लगातार विधानसभा में यह बात प्रचलित है कि यहां 200 विधायक एक साथ नहीं बैठते हैं। नए विधानसभा भवन में शिफ्ट होने के साथ ही दो तत्कालीन विधायक भीमसेन चौधरी और भीखा भाई की मौत हुई। इसके बाद साल 2002 में कांग्रेस विधायक किशन मोटवानी और जगत सिंह दायमा का निधन हुआ। साल 2004 में गहलोत सरकार के तत्कालीन मंत्री रामसिंह विश्नोई, 2005 में विधायक अरुण सिंह, 2006 में नाथूराम अहारी का निधन हुआ। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में मुख्य सचेतक रहे कालूलाल गुर्जर विधानसभा में यज्ञ, हवन और गंगाजल से शुद्धिकरण की मांग भी कर चुके हैं।