भक्तों के लिए खुला आस्था धाम मेंहदीपुर बालाजी मंदिर


आस्था धाम मेंहदीपुर बालाजी मंदिर सोमवार शाम दर्शनों के लिए खोल दिया। महंत किशोर पुरी महाराज के देवलोक गमन के कारण रविवार दोपहर 12.30 बजे श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों पर रोक लगाकर मंदिर के पट बन्द कर दिए थे।

मेंहदीपुर बालाजी/जयपुर। आस्था धाम मेंहदीपुर बालाजी मंदिर सोमवार शाम दर्शनों के लिए खोल दिया। महंत किशोर पुरी महाराज के देवलोक गमन के कारण रविवार दोपहर 12.30 बजे श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों पर रोक लगाकर मंदिर के पट बन्द कर दिए थे। महन्त किशोर पुरी महाराज के समाधिलीन होने के पश्चात सोमवार शाम 7 बजे बालाजी मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों के लिए खोल दिया गया।

अंतिम दर्शनों को उमड़े हजारों श्रद्धालु
देश व प्रदेश के लाखों लोगों की आस्था का केंद्र श्रीमेहंदीपुर बालाजी धाम के महंत किशोरपुरी महाराज की पार्थिव देह को सोमवार को आसन मुद्रा में समाधिलीन किया गया। इससे पहले महंत किशोरपुरी के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज ने विधि विधान के साथ गोस्वामी संप्रदाय की परंपरा के अनुसार पूजा-अर्चना की। बाद में मंत्रों के साथ करीब आठ फुट गहरे गड्ढ़े में आसन मुद्रा में स्थान देकर समाधिलीन किया गया।

पंचामृत स्नान कराया
समाधिलीन से पूर्व सिद्धपीठ घाटा मेहंदीपुर बालाजी के महंत की पार्थिव देह का पंडितों ने विधि विधान से उत्तराधिकारी नरेशपुरी जी महाराज द्वारा पंचामृत स्नान करवाकर नए वस्त्र पहनाए गए। बैण्ड बाजे सहित चकडोल निकाल फूलों की बरसात की गई। घंटे घडिय़ाल, शंख बजाए गए। गोस्वामी संत परंपरा के अनुसार महंत के पार्थिव शरीर को फूलों से सजी पालकी में बैठाकर बालाजी महाराज मंदिर परिसर के चारों ओर फेरी लगवाई गई। वैकुंठी यात्रा (चकडोल) यात्रा मंदिर से स्वर्गीय गणेशपुरी महाराज की समाधि स्थल पर पहुंची। गौरतलब है कि रविवार सुबह किशोरपुरी महाराज ने जयपुर में अपने निजी निवास पर शरीर रूपी चौला छोड़कर महाप्रयाण किया। उनकी पार्थिव देह को जयपुर से बालाजी लाया गया। उनके शरीर त्यागने की खबर मिलते ही मेहंदीपुर बालाजी सहित आसपास के गांवों के लोग व दूर-दराज राज्यों से श्रद्धालु पहुंच गए। महंत किशोरपुरी महाराज के पार्थिव शरीर को बालाजी मंदिर आरती हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया।

हजारों की आखें हुई नम

महंत किशोरपुरी महाराज के देह त्यागने के बाद बालाजी मंदिर आरती हॉल में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने जब तक सूरज चांद रहेगा, मंहत महाराज का नाम रहेगा, जय हो बाबा मंहत महाराज ध्वनि से गूंजता रहा। महंत के अंतिम दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मंत्रोच्चारण के साथ विधि विधान से शुभ मुहूर्त में समाधि दी गई। अंतिम यात्रा के दौरान महंत की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वृक्ष, छतों पर भी चढ़ गए। श्रद्धालुओं ने गुलाल व पुष्प वर्षा कर नम आंखों से महंत को अन्तिम विदाई दी। इस दौरान पूर्व प्रधान कुंजीलाल, जगदीशपुरी, दिनेशपुरी, विशालपुरी, सुरेशपुरी धीरजपुरी, हनुमानपुरी सहित हजारों लोग मौजूद थे। महिला व बाल विकास मंत्री ममता भूपेश व पूर्व मंत्री रामस्वरूप मीना भी मेहंदीपुर बालाजी पहुंचे।

अलर्ट रहा पुलिस प्रशासन
अंतिम यात्रा के दौरान मानपुर वृत्ताधिकारी संतराम मीना, बालाजी थाना प्रभारी गिर्राज प्रसाद, टोडाभीम वृत्ताधिकारी, टोडाभीम थाना प्रभारी सहित सैकडो की संख्या में पुलिस कर्मी सहित प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे।

जितना गुणगान किया जाए उतना कम- नरेशपुरी
महंत के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज ने बताया कि उनके गुरु किशोरपुरी महाराज के अच्छे कार्यों से सब लोग अच्छी तरह वाकिफ हैं। ऐसे में उनका गुणगान जितना किया जाए उतना कम है उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किया। बालाजी सहित दौसा के अलावा दूसरे जिलों में स्कूल भवन बनवाएं। कई प्रकार के संसाधन उपलब्ध कराए। इसके साथ ही विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के समय भी महाराज बढ़-चढ़कर योगदान देते थे। सरकार व समाजों का सहयोग किया।

अंतिम यात्रा के दौरान महंत की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में हरियाणा,दिल्ली,यूपी,एम पी,आदि राज्यो से आए श्रद्धालु वृक्ष व छतों पर भी चढ़ गए। श्रद्धालुओं ने गुलाल व पुष्प वर्षा कर नम आंखों से महंत को अन्तिम विदाई दी। इस दौरान पूर्व प्रधान कुंजीलाल पूर्व प्रधान कुंजीलाल जगदीश पुरी ,दिनेश पुरी ,विशाल पुरी ,सुरेश पुरी धीरज पुरी,हनुमान पुरी,सहित हजारों लोग मौजूद थे।


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