बीकानेर पुलिस ने बैंक व डाकघर की लूट का किया राजफाश, आरोपीयों को डाला सलाखों के पीछे, आईजी एसपी ने प्रेस वार्ता में किया खुलासा
बीकानेर@जागरूक जनता । बीकानेर पुलिस ने शहर में बीते महीने बैंक व करीब छः माह पहले डाकघर में हुई लूट की वारदात का राजफाश करते हुवे आरोपियों को दबोच लिया है । जिसका खुलासा आईजी प्रफुल्ल कुमार और एसपी प्रीति चन्द्रा ने प्रेस वार्ता में किया है । वार्ता के दौरान आईजी एसपी सहित सभी पुलिस अधिकारियों के चेहरे पर मुस्कान देखी गई, जाहिर है बीकानेर पुलिस ने इन लूट की वारदातों पर अपना पूरा जोर लगा दिया और आखिरकार पुलिस टीमों को इसमे बड़ी सफलता हासिल हई । विगत माह शहर में राजस्थान मरुधरा बैंक में जनवरी माह में दो अज्ञात व्यक्ति बैंक में घुसकर पिस्तौल की नोंक पर बैंक की तिजोरी में रखे 10.77 लाख रुपये की लूट कर भाग गये थे। इसी तरह 12 सित. को सुबह 10 बजे डाकघर में हथियारों से लैस होकर दो अज्ञात व्यक्ति घुसे और फायरिंग की दहशत का माहौल बनाकर तीन लाख रुपये लूट कर भाग गये। घटना के बाद से पुलिस इनको पकड़ने के लिए काफी कोशिश लेकिन पकड़ नहीं आ रहे थे। और आखिरकार कड़ी मेहनत के सफलता हाथ लगी । जिसका खुलासा आईजी प्रफुल्ल कुमार एसपी प्रीति चन्द्रा ने प्रेस वार्ता के दौरान किया । उन्होंने बताया कि व आरोपियों को पकडऩे के लिए एक टीम का गठन किया। टीम ने अपना कार्य करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जिसमें धीरज उर्फ धर्मप्रीतसिंह पुत्र जसंवत सिंह निवासी सेक्टर नंबर मुक्ता प्रसाद, धीरज पुत्र नरसिंह मेघवाल निवासी सर्वादय बस्ती बीकानेर को पुलिस ने पकड़ा है। धीरज उर्फ धर्मप्रीतसिंह पर नयाशहर थाने में करीब 4 अलग अलग धाराओं में मामले पहले से दर्ज है।
इन लोगों ने पुलिस ने की पूछताछ
बजरंग मंगलरव, जीतू माली, अशोक बिश्नोई, शिवसिंह भलूरी, विक्रम बिश्नोई, भवानीसिंह, श्रवण मेघवाल, हनुमान जाट, अमित मिश्रा, बजरंग बिश्नोई, सुभाष बिश्नोई, श्याम बिश्नोई, प्रेमरतन उर्फ ढक्कणिया, अजरुदीन व धर्मचंद सोनी से पुलिस ने पूछताछ की रिकार्ड संकलित किया था।
वारदात करने का तरीका
पुलिस ने बताया आरोपी बीकानेर शहर के कम भीड़भाड वाले जगह पर स्थित फाइनेंशियल, सरकारी कार्यालय, बैक, डाकघर की रैकी की तथा घटना को अंजाम देने से पूर्व दो तीन बार बैंक व डाकघर में जाकर बैक व डाकघर की अंदर की स्थित का जायजा लेकर यह तय किया कि किस समय और किस तरीके से वारदात को अंजाम देना है। आरोपी लूट के समय फायरिंग करना तय था जिससे की दहशत का माहौल बन गये और लूट की वारदात को अंजाम देकर शहर की छोटी गलियों को चिन्हित करते जिससे की वह आसानी से भाग सके तथा आरोपी उन गलियों में से भगाते जहां पर सीसीटीवी कैमरे नही लगे हुए हो। लूट से पहले आरोपी टोपी व गमछा खरीदते थे वारदात के बाद दोनों वस्तुओं को फेंक कर कपड़े चेंज करके घर चले जाते थे।
आरोपियों से बरामद हुआ यह समान
दोनों आरोपियों से पुलिस ने अब तक धीरज उर्फ धर्मप्रीतसिंह पुत्र जसंवत सिंह से वारदात के समय उपयोग ली गई अवैध पिस्टल मय मैगजीन व 8 जिंदा कारतूस बरामद किये है।