
महवा। विधानसभा क्षेत्र महवा में केन्द्रीय विद्यालय को खोलने के प्रयास 26 जून 2022 को प्रारंभ हो गए थे। जिसके सम्बन्ध में केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने जयपुर संभाग केन्द्रीय विद्यालय संगठन के उपायुक्त जयपुर को 28 जून 2022 को तत्कालीन विधायक ओमप्रकाश हुडला के संदर्भित पत्र का हवाला देते हुए महवा में केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने के सम्बन्ध में रिपोर्ट मंगवाई। तत्पश्चात 12 जुलाई 2022 को महवा में केन्द्रीय विद्यालय खोलने के सम्बन्ध में हडिया के खसरा नंबर 1184 एवं 1194 को केन्द्रीय विद्यालय के लिए उपयुक्त मानते हुए रिपोर्ट जिला कलेक्टर दौसा के माध्यम से उपायुक्त केन्द्रीय विद्यालय संगठन जयपुर संभाग को भिजवा दी गई।
इस दौरान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रामगढ़ के परिसर में बने भवन को अस्थायी भवन के सम्बन्धित निर्णय लेने के लिए 28 सितम्बर 2022 को उपायुक्त केन्द्रीय विद्यालय संगठन जयपुर ने हडिया महवा (दौसा) में केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने के संबंध में निर्णय लेने के लिए पत्र लिखा। जिस पर तत्कालीन जिला कलक्टर दौसा ने 28 सितम्बर 2022 को अपने कार्यालय से केन्द्रीय विद्यालय संगठन जयपुर को पत्र जारी कर 30 सितम्बर 2022 को संयुक्त टीम (केन्द्रीय विद्यालय संगठन एवं राजस्व विभाग) गठित कर 30 सितम्बर 2022 को केन्द्रीय विद्यालय महवा के लिए ग्राम हडिया के खसरा न. 1184 एवं 1194 (16 बीघा) में स्थित भूमि का भौतिक सत्यापन एवं अस्थायी भवन के लिए रामगढ़ विद्यालय के निरीक्षण की तिथि तय की गयी। जिसके परिणामस्वरूप 30 सितम्बर 2022 को संयुक्त दल ने हडिया के खसरा नं. 1184 एवं 1194 का निरीक्षण किया और भूमि को केन्द्रीय विद्यालय का भवन बनाने हेतु उपयुक्त माना, जिसके सम्बन्ध में जिला कलक्टर दौसा ने सहायक आयुक्त केन्द्रीय विद्यालय संगठन डी.आर.मीना, उपखंड अधिकारी महवा धीरेन्द्र सिंह तहसीलदार हरकेश मीणा, पटवारी मानसिंह मीना अधिशाषी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग महवा आशीष गोयल एवं केन्द्रीय विद्यालय दौसा के प्रिंसिपल किरोडी लाल मीना ने संयुक्त रूप से एनक्सर 1, 2, 3 को हस्ताक्षर करके उपायुक्त केन्द्रीय विद्यालय संगठन संभाग जयपुर को भिजवा दिया गया। तत्पश्चात हडिया के खसरा नं. 1184 एवं 1194 के सम्बन्ध में भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार भूमि साध्यता रिपोर्ट में उक्त भूमि को केन्द्रीय विद्यालय महवा हेतु आरक्षित/आवंटित करने का विभाग द्वारा निर्णय ले लिया गया।
निर्णय की रिपोर्ट केन्द्रीय विद्यालय संगठन उपायुक्त जयपुर एवं 17 अक्टूबर 2022 केन्द्रीय विद्यालय संगठन आयुक्त दिल्ली को भिजवा दिया गया। तत्पश्चात जिला कलक्टर दौसा ने ग्राम हडिया के खसरा नं. 1184 एवं 1194 के सम्बन्ध में नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी महवा, अधिशाषी अभियन्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग महवा, अधिशाषी अभियंता जेवीवीएनएल, अधिशाषी अभियन्ता जलदाय विभाग से रिपोर्ट मांगी गयी, जिस पर विभागों ने हडिया में केन्द्रीय विद्यालय खोलने के सम्बन्ध में अनापत्ति प्रमाण पत्र के साथ-साथ सकारात्मक रिपोर्ट दी। इसके बाद केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने महवा में केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक ली। मीटिंग में केन्द्रीय शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष 2023 में महवा में केन्द्रीय विद्यालय खोलने की स्वीकृति जारी कर दी गई थी।
तत्पश्चात प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली केबिनेट कमेटी से महवा मे केन्द्रीय विद्यालय खोले जाने की सहमति प्रदान कर दी गई थी। इसी दौरान 29 जनवरी 2025 को एक नया मोड़ आया और जिला कलक्टर दौसा ने हडिया के खसरा नंबर 1184 एवं 1194 में केन्द्रीय विद्यालय का स्थान परिवर्तन करने के लिए जनप्रतिनिधियों के कहने पर पत्र केन्द्रीय विद्यालय संगठन उपायुक्त जयपुर को भेज दिया। इस पत्र के साथ ही केन्द्रीय विद्यालय का हडिया से स्थान परिवर्तन करने की नई कहानी शुरू हो गयी। यह बात सुनते ही रौत-हडिया के लोगों ने इसका विरोध किया और केन्द्रीय विद्यालय बचाओ संघर्ष समिति का पूर्व प्रधानाध्यापक किशोरीलाल जाटव की अध्यक्षता में गठन किया। केन्द्रीय विद्यालय बचाओ संघर्ष समिति ने उच्च न्यायालय की शरण ली, जिस पर उच्च न्यायलय ने सुनवाई करते हुए मुख्य सचिव राज. सरकार, जिला कलक्टर दौसा, उपायुक्त केन्द्रीय विद्यालय जयपुर, आयुक्त केन्द्रीय विद्यालय संगठन दिल्ली को नोटिस भेज कर जवाब मांगा है। अगली सुनवाई न्यायालय में 2 हफ्ते बाद होगी। गौरतलब है कि हड़िया महवा में केन्द्रीय विद्यालय खोलने के लिए तत्कालीन विधायक ओप्रकाश हुडला के सकारात्मक प्रयास ही सफलतम परिणाम लाये थे। तत्कालीन विधायक हुडला ने अस्थाई भवन के लिए विधायक कोटे से 50 लाख रुपए की भी स्वीकृति जारी की थी।
तत्कालीन विधायक हुडला ने अधिकारियों के साथ बैठक कर महवा में केन्द्रीय विद्यालय खोलने के पक्ष की रिपोर्ट भिजवायी थी। जिसके कारण महवा में केन्द्रीय विद्यालय खुलने की स्वीकृति जारी हुई थी।