बीकानेर@जागरूक जनता। सदियों से चली आ रही सामाजिक रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ बीकानेर की दो बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाते हुए समाज में अलग सन्देश दिया है । इन दोनों बेटीयों ने अपने पिता की अर्थी को न सिर्फ कंधा दिया बल्कि मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार भी किया । कोटगेट स्थित सतीश प्रिंटिंग प्रेस के मालिक सतीश सक्सेना का बीते 4 अगस्त को निधन हो गया था । जंहा उनका अंतिम संस्कार बीकानेर स्थित परदेशियो की बगेची में किया गया । सक्सेना की दो बेटियां शिल्पी सक्सेना,सुरभि सक्सेना और दो बेटे सौरभ व अमित है । गमगीन माहौल में उनकी दोनो बेटियों ने शवयात्रा के दौरान पहले अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया और उसके बाद शमशान घाट जाकर गमगीन माहौल में अपने भाइयों के साथ पिता की चिता को मुखाग्नि दी । इस दौरान वंहा मौजूद समाज के लोगों व रिश्तेदारों ने सक्सेना की दोनो बेटियों की हिम्मत व हौसले को सलाम किया ।