-नारायण उपाध्याय
बीकानेर@जागरूक जनता। बीकानेर में स्वच्छता के बड़े बड़े लुभावने वादे किये जा रहे है । शहर वासियों को दिशा भृमित करने के लिए शोशल मीडिया व कागजी पन्नों में स्वच्छता के नाम पर खूब बढ़ा चढ़ा कर दावे किए जा रहे है, लेकिन जमीनी हकीकत किसी से छिपी हुई नही है । सोमवार को आधे घण्टे की आई बारिश ने शहर में मानो कोई आफत पैदा कर दी हो। शहर की मुख्य सड़कों जूनागढ़, गंगानगर सर्किल से लेकर एमएस कॉलेज पुलिया तक, अनाज मंडी के पास सहित शहर के अनेकों जगह पानी ही पानी दिखाई दिया। इससे भी ज्यादा बुरे हालात तो ऐतिहासिक धरोहर जूनागढ़ किले के पास गिन्नानी में देखने को मिला जंहा शहर का गंदा पानी लोगो के घरों में घुस गया । मजे की बात यह कि गिन्नानी के वाशिंदे हर वर्ष बारिश के मौसम में इस दर्द भरे जिल्लत का बोझ सालों से सह रहे है । इनके इस दर्द भरी परेशानी को मिटाने की जहमत किसी नेता या प्रशासनिक अफसर ने अब तक नही उठाई है । ताज्जुब की बात यह है कि एक तरफ बीकानेर की महापौर साहिबा पूरे शहर में स्वच्छता का ढिंढोरा बढ़चढ़कर पीट रही है तो वंही बीजेपी में अपनी धाक बताने वाले अर्जुन मेघवाल भी शहर में विकास के दावे प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बताते अक्सर देखे जाते है । इससे इतर प्रदेश की सरकार में प्रतिनिधित्व करने वाले बीकानेर से दो मंत्री भी खूब विकास के दावे करते वाहवाही बटोरने में बीजेपी नेताओं से चार कदम आगे है । शहर की वर्षो पुरानी सीवरेज समस्या का मुद्दा हर चुनावी दंगल में देखने को मिलता है राजनीतिक पार्टियां इसे अपने मेनिफेस्टो मे प्रमुखता से दिखाती है लेकिन यह सब कागजी दिखावा है । बहरहाल बीकानेर शहर में सीवरेज समस्या वर्षो से चली आ रही है, जिसके चलते बारिश के दिनों में बीकानेर वासी और खासकर गिन्नानी के वाशिंदे जीते जी नरक रूपी दलदल व गंदे पानी से अपने घरों में फंसे रहते है । ऐसे में महापौर साहिबा को सलाह है कि वे कागजी पन्नो से बाहर निकलकर धरातल की वस्तुस्थिति को समझे और शहर वासियों व खासकर गिन्नानी के वाशिदों को राहत प्रदान करे ।
मंगलवार को गिन्नानी के वाशिदों ने नगर निगम में विरोध प्रदर्शन कर नरक रूपी दलदल गंदे पानी से आजादी दिलाने की मांग महापौर शुशीला कंवर राजपुरोहित से की । मोहल्ले वासियों ने “नगर निगम प्रशासन होश में आओ” और मुर्दाबाद जैसे शब्दों से नारेबाजी करते हुए निगम प्रशासन को जमकर कोसा और जल्द इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है ।