चुरू! नाबार्ड के सौजन्य से व संस्था जिला पर्यावरण सुधार समिति द्वारा आयोजित आजीविका उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत तारानगर तहसिल के रामुपरा गांव में स्वंय सहायता समूहो की 120 महिलाओं के 4 बैच बनाकर 10 दिवसीय डेयरी का प्रशिक्षण प्रशिक्षण लेगी। इस प्रशिक्षण के तहत प्रशिक्षणार्थीयों को डेयरी से सम्बन्धित ईकाई स्थापित करवाये जाने में सहयोग प्रदान किया जायेगा। चुरू दुग्ध उत्पादक सरस डेयरी सरदारशहर से विषय विशेषज्ञों द्वारा भी समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। आज दिनांक 14.12.2023 को प्रशिक्षण का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर नाबार्ड के राजेश मीना ने बताया कि नाबार्ड द्वारा समय-समय इस प्रकार के प्रशिक्षण दिलवाये जाते है। जो ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार स्थापित करने में सहयोग दिया जाता है। संस्था जिला पर्यावरण सुधार समिति के सचिव राजेश अग्रवाल ने बताया कि आप ग्रामीण महिलाओं को इस प्रकार के प्रशिक्षण का लाभ लेना चाहीए। दुग्ध उत्पादक सरस डेयरी के प्रबंधक सुरेश कुमार सैन ने बताया कि आज के समय डेयरी भी एक अपने आप में बहुत बड़ा व्यवसाय बन गया है। यह व्यवसाय अपने घर से भी प्रारम्भ किया जा सकता है। बडौदा राजस्थान क्षैत्रीय ग्रामीण बैंक तारानगर के शाखा प्रबध्ंाक मुकेश कुमार ने बताया कि डेयरी उधोग स्थापित करने के लिए बैंक आपको नियमानुसार ऋण प्रदान करने में सहयोग करेगी। इस अवसर पर जिगसानाताल गौशाल के सचिव बैद्यराज जांगीड, संस्था कोषाध्यक्ष अभिशेक मुरारका, जिला कॉर्डिनेटर किशन वर्मा, ब्लॉक कोर्डिनेटर सरिता कुमावत, जय सिंह प्रजापत, श्रीमती भंवरी देवी, आदि उपस्थित हुये।