बताया जाता है कि यूपी पुलिस और अनिल दुजाना के बीच सीधी मुठभेड़ हुई, जिसमें एसटीएफ ने अनिल दुजाना को ढेर कर दिया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार (Yogi Adityanath Government) जब से बनी है, उसके बाद से ही माफियाओं पर कार्रवाई चालू है। इसी क्रम में यूपी एसटीएफ (UP STF) ने खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना (Gangster Anil Dujana) को ढेर कर दिया। यूपी एसटीएफ ने ये एनकाउंटर किया है। बता दें कि अनिल दुजाना ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला था।
यूपी एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक अनिल दुजाना किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। इसकी जानकारी एसटीएफ को लगी थी। यूपी एसटीएफ को सूचना मिली थी कि अनिल दुजाना मेरठ में छिपा हुआ है, जिसके बाद टीम ने दबिश डाली। बताया जाता है कि यूपी पुलिस और अनिल दुजाना के बीच सीधी मुठभेड़ हुई, जिसमें एसटीएफ ने अनिल दुजाना को ढेर कर दिया।
बता दें कि पिछले हफ्ते ही अनिल दुजाना जेल से छूटा था। इसके बाद उसके खिलाफ आरोप लग रहे थे कि वह अपने खिलाफ गवाही दे रहे गवाहों को धमकाना शुरू कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने अनिल दुजाना की तलाश तेज कर दी।
गैंगस्टर अनिल दुजाना बादलपुर के दुजाना गांव का रहने वाला था। दुजाना का असली नाम अनिल नागर था। अनिल दुजाना पर पहला मामला साल 2002 में गाजियाबाद में दर्ज हुआ था। उस पर हरबीर पहलवान नाम के व्यक्ति की हत्या का आरोप लगा था। उसपर हत्या, लूट, रंगदारी, जमीन कब्जा और आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले दर्ज थे। गैंगस्टर और रासुका भी उस पर लग चुका है।
उत्तर प्रदेश के 90 के दशक में पश्चिमी यूपी में सुंदर भाटी और नरेश भाटी की दुश्मनी जगजाहिर थी। 2004 में जिला पंचायत अध्यक्ष रहे नरेश भाटी की हत्या सुंदर भाटी गैंग ने कर दी थी। इसके बाद नरेश भाटी के भाई ने इस हत्या का बदला लेने के लिए अनिल दुजाना को अपने साथ किया।
साल 2011 के सुंदर भाटी के भांजे की शादी थी। शादी में नरेश के भाई अनिल दुजाना के साथ मिलकर सबके सामने सुंदर भाटी को मारना चाहते थे। दुजाना और नरेश भाटी के भाई ने शादी में ही है कि सुंदर भाटी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। लेकिन भाटी बच निकला और इस घटना में 3 लोग मारे गए।