-नारायण उपाध्याय
बीकानेर@जागरूक जनता। जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा की चाक चौबंद टीम ने ऑनलाइन आईपीएल सट्टे पर तगड़ा वार किया है जिससे इस धंधे की जुगत में लगे सटोरियों की हवा टाइट हो गई है। सूत्रों की माने तो इस कार्रवाई के बाद बड़े सटोरिये एक बार भूमिगत हो गए है जिसके पीछे की बड़ी वजह यह सामने आई है कि डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणियां व नयाशहर थानाधिकारी की आक्रमक कार्रवाई के चलते इस काले धंधे में लिप्त सटोरियों में इन दोनों पुलिस अधिकारियों का भय है क्योंकि बिजारणियां व चारण की जुगलबंदी ऐसी है कि जरा सी भनक लगते ही ये उसके पीछे पड़ जाते है जब तक उसका पटाक्षेप नही होता उसका पीछा नही छोड़ते है।
एसपी प्रीति चन्द्रा द्वारा जिले में आईपीएल की ऑनलाइन सट्टे पर कार्यवाही को लेकर अपनी टीम को दिशा निर्देश जारी किए गए थे। जिसको लेकर डीएसटी टीम ने शहर के हर उस इलाके पर हर संदिग्ध लोगों सटोरियों पर नजर रखनी शुरू कर दी इस दौरान डीएसटी को अपने खुफिया तंत्र से भनक लगी कि नयाशहर थाना क्षेत्र में सटोरियों की हलचल देखी गई है। जिसकी जानकारी सीओ सिटी सुभाष शर्मा को दी गई । जिस पर सीओ सिटी सुभाष शर्मा के सुपरविजन में नयाशहर थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण व डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणियां के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई । टीम ने तकनीकी संसाधनों से इलाके में सटोरियो की लोकेशन पुख्ता की और मौका मिलते ही मुक्ताप्रसाद पुलिस चौकी के उप निरीक्षक पवन कुमार मय टीम ने मंगलवार को मुक्ताप्रसाद 8/536 निवासी 40 वर्षीय आशीष अग्रवाल पुत्र महादेव प्रसाद अग्रवाल को आईपीएल में ऑनलाइन सट्टा लगाते रंगे हाथों दबोच लिया। जिस समय पुलिस ने दबिश दी उस समय आरोपी आईपीएल मैच किंग्स इलेवन पंजाब वर्सेज राजस्थान रॉयल्स के मध्य चल रहे किकेट मैच में सट्टा लगा रहा था। पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर मौके से 1 एलईडी, 04 मोबाईल, लाखो रूपये का हिसाब किताब का रजिस्टर बरामद किया है। आरोपी को राजस्थान जुआ अध्यादेश के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया। इस पूरे प्रकरण में आरोपी आशीष अग्रवाल द्वारा ली गई ऑनलाईन क्रिकेट बुकी लाईनो के सबंध में कड़ी पूछताछ जारी है।
इस टीम को मिली सफलता
नयाशहर कार्यवाहक थानाधिकारी देवेन्द्र उप निरीक्षक मय पवन कुमार उप निरीक्षक नयाशहर, कानदान हैडकानि डीएसटी टीम,दिपक यादव,अब्दुल सत्तार, वासुदेव, लखविन्द्र कानि डीएसटी, रामकिशन कानि पुलिस थाना नयाशहर,मनोज कानि,रामस्वरूप कानि आदि ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।