मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जल्द ही पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है, केंद्रीय कैबिनेट की अहम बैठक आज, जानिए किन नामों को मिल सकती है जगह
नई दिल्ली। पीएम मोदी के मंत्रिमंडल ( Modi Cabinet ) में होनेवाली फेरबदल की अटकलों के बीच बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल और आर्थिक मामलों पर बनी मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक होने वाली है। दरअसल इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी और एनडीए के सहयोगी दलों से कुछ महत्वपूर्ण नेता पीएम मोदी ( pm modi )के मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं।
शिवसेना ( Shivsena ) और शिरोमणि अकाली दल ( Shiromani Akalidal ) के एनडीए गठबंधन से बाहर होने और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रहे रामविलास पासवान की मौत के बाद मंत्रिमंडल में कुछ अहम पद खाली हैं। इन पदों के लिए अब नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जल्द ही पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। इसको लेकर तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार मंत्रालयों का रिपोर्ट कार्ड देख रहे हैं। साथ ही गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात ने भी कैबिनेट में बदलाव की सुगबुगाहट को हवा दी है।
प्रधानमंत्री पिछले कुछ दिनों से मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं। इन बैठकों में गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे हैं। हालांकि मोदी कैबिनेट में किन नए चेहरों को जगह मिलेगी इनके नाम अभी सामने नहीं आए हैं।
पीएम ने की इन मंत्रालयों की समीक्षा
पीएम ने अब तक कृषि, ग्रामीण विकास, पशु पालन एवं मत्स्य पालन, आदिवासी मामले, शहरी विकास, संस्कृति, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन, नागरिक उड्डयन, रेलवे, भोजन और उपभोक्ता मामले, जल शक्ति, पेट्रोलियम, स्टील और पर्यावरण मंत्रालयों के मंत्रियों को भी बैठक के लिए बुलाया और इन मंत्रालयों के कामों की समीक्षा भी की।
मोदी सरकार के पास मौजूद हैं ये विकल्प
संविधानस के मुताबिक कैबिनेट में 79 मंत्रियों की संख्या हो सकती है। मौजूदा समय में मोदी कैबिनेट में 60 मंत्री हैं। कुछ मंत्रियों के पास अतिरिक्त प्रभार भी हैं। ऐसे में 19 मंत्रियों को लेकर मोदी कैबिनेट के पास विकल्प मौजूद हैं।
इन चेहरों को मिल सकता है मौका
हालांकि अब तक मोदी कैबिनेट को लेकर नामों पर फैसला नहीं हुआ है, लेकिन राजनीति सूत्रों की मानें तो असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, बैजयंत पांडा के नामों की चर्चा हो रही है।
इसके अलावा एलजेपी सांसद पशुपति पासर भी एनडीए का हिस्सा बनने का दावा कर रहे हैं। ऐसे में वो कामयाब होते हैं तो मुमकिन हैं उन्हें भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल जाए। हालांकि इसमें जेडीयू की मध्यस्ता भी अहम होगी। इसके अलावा महाराष्ट्र के दो भाजपा नेता भी दौड़ में शामिल हैं। इनमें एक नारायण राणे और दूसरा गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीमत मुंडे को भी जगह मिल सकती है।
कई मंत्रियों पर तीन से ज्यादा विभागों की जिम्मेदारी
दरअसल एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में पूर्व सहयोगियों शिवसेना और अकाली दल के कोटे के मंत्रियों के इस्तीफे, दो मंत्रियों की असामयिक मौत के चलते कैबिनेट के कई मंत्रियों पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है। कई मंत्री तीन से चार विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।