नालों की सफाई की खुली पोल
चित्तौड़गढ़ @ शहर में रविवार को नगर परिषद की सफाई व्यवस्था की एक बार फिर से पोल खुल गई।
जब रविवार शाम को आसमान से बादल बरसे तो बंद व कचरे से भरे गंदे नाले का पानी सड़कों पर आ गया। गौरतलब है कि नगर परिषद द्वारा नालों की सफाई का ठेका 48 लाख रुपए में दिया गया है। बताया जा रहा है कि नाले का ठेका पार्षद के नजदीकी को ही दिया गया है।
इसके बाद नालों की सफाई नियमित नहीं होने की वजह से तेज बरसात के बाद शहर के नालों की सफाई की पोल खुल गई। शहर के प्रताप सर्किल से लेकर रेलवे स्टेशन जाने वाली सड़क पर बने नालों की नियमित सफाई नहीं होने की वजह से यह सड़क बरसाती नाले में तब्दील हो गई। वही प्रताप नगर चौराहा से प्रताप सर्किल जाने वाली सड़क भी नालों की सफाई के अभाव से नदी में तब्दील हो गई।
नालो का कीचड़ भरा काला पानी सड़कों पर आ गया। जिससे यहां से गुजरने वाले वाहन धारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी कई वाहन यहां पर गुजरने के बाद खराब हो गए।
जबकि नगर परिषद ने इसी सड़क पर बने ड्रेनेज नाले की गत 28जून को कुछ घंटो की सफाई को नालों की सफाई को अंतिम चरण में बता दिया था।
नगर परिषद का लाखों रुपया नालों की सफाई में जब खर्च हो रहा है और संवेदक किसी भी प्रकार की सफाई ना ही करके बरसात के पानी से ही नालों की सफाई होने का इंतजार कर रहा है जिससे सड़क पर गुजरने वाली आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
-इलियास मोहम्मद शेख