राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि 1998 के बाद राजस्थान में सरकार रिपीट नहीं हुई। हरियाणा-दिल्ली समेत कई राज्यों में कांग्रेस ने सरकार रिपीट की है। अभी बी 15 महीने बचे हैं।
जयपुर। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि 1998 के बाद राजस्थान में सरकार रिपीट नहीं हुई। हरियाणा-दिल्ली समेत कई राज्यों में कांग्रेस ने सरकार रिपीट की है। अभी बी 15 महीने बचे हैं। कुछ फैसले लेकर वापसी संभव है। पायलट ने आज जयपुर में कहा कि मैं राजनीति में भी हूं और फौज में भी हूं। इस दौरान पायलट ने कहा कि सोच समझकर बोलने और सच बोलने का गुण मुझे मेरे पिता राजेश पायलट से मिला है। मेरे पिताजी हमेशा कहते थे कि अगर आपको कुछ कहना है तो पेट के कहो गले से नहीं। गले से कही हुई बात कभी नीचे नहीं उतरती है। आज देखिए मैं राजनीति में भी हूं और फौज में भी हूं।
पायलट बोले- वसुंधरा को चैन से नहीं बैठने दिया
सचिन पायलट ने कहा कि कुछ फैसले लेकर राजस्थान में कांग्रेस की वापसी संभव है। 2013 से 2018 तक मैंन वसुंधरा राजे को प्रचंड बहुमत होने के बावजूद चैन से नहीं बैठने दिया था। 2018 में वसुंधरा सरकार की रवानगी हो गई। इस दौरान पायलट ने श्रोताओं के सवालों के जवाब भी दिए। शुरुआती सत्र में सचिन पायलट ने अपने जीवन से जुड़ी जानकारी भी दी। पायलट ने कहा कि वह राजनीति में भी है। सेना में भी है। उनके पिता से उन्हें सच बोलने का संस्कार मिला है। वह जो भी बोलते है। पेट से बोलते हैं।
गहलोत-पायलट की रही है पुरानी अदावत
उल्लेखनीय है कि राजस्थान की राजनीति में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट की पुरानी अदावत रही है। साल 2018 में पायलट ने सीएम गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी थी। लेकिन पार्टी आलाकमान के हस्तक्षेप के पायलट ने सुलह कर ली थी। पायलट राजस्थान की राजनीति में सक्रिय रहना चाहते हैं। हालत ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा पायलट के धैर्य की तारीफ करने के बाद राजस्थान की राजनीति में हलचल पैद हो गई थी। पायलट कैंप राजस्थान में काफी दिनों से दबी जबान में नेतृत्व परिवर्तन करने की मांग कर रहा है। सीएम अशोक गहलोत पहली बार 1998 में ही राजस्थान के मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। सीएम गहलोत राजस्थान के तीसरी बार मुख्यमंत्री बने है, लेकिन कांग्रेस की सरकार कभी रिपीट नहीं हुई।