बीकानेर@जागरूक जनता। जिले में अव्यवस्थाओं का नाम जेहन में आते ही बरबस पीबीएम का नाम सबसे पहले सामने आता है। जंहा कई अर्से से इस अस्पताल की अव्यवस्थाएं जस की तस पड़ी है और यह सिलसिला आज भी जारी है । संभाग के सबसे बड़े अस्पताल के रूप में पीबीएम का नाम गिना जाता है । मरीजों व उनके परिजनों को कोई परेशानी न हो इसके लिए अस्पताल में दो लिफ्ट लगी हुई है। पीबीएम की जनाना अस्पताल में भर्ती प्रसूताओ, अन्य गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए लगी लिफ्ट पिछले कई दिनों से खराब पड़ी है। लिफ्ट खराब होने से यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जनाना अस्पताल में लगी लिफ्ट पिछले काफी समय से खराब होने की वजह से महिला मरीजों व उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । लिफ्ट खराब होने की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी उन गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को उठानी पड़ रही है जिनको सोनोग्राफी या कोई अन्य जांच करवाने के लिए प्रथम मंजिल से ग्राउंड फ्लोर पर आना पड़ता है। उन्हे मरीज को स्ट्रेचर में लेकर रैंप से नीचे उतरना पड़ता है।
कुछ यही हाल मर्दाना अस्पताल की पीबीएक्स के पास की लिफ्ट का है । यह लिफ्ट पिछले कई महीनों से खराब पड़ी है। लिफ्ट के खराब होने के चलते यहां आने वाले मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। लिफ्ट खराब होने के चलते मरीजों को जांच, एक्सरे करवाने के लिए रैंप के जरिए ही नीचे लाया जा रहा है।यह रैंप भी जगह जगह से टूटा हुआ है जिसके चलते रोगी के साथ कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। वंही पीबीएम प्रशाशन इसके प्रति कोई भी जिम्मेदारी नही निभा रहा, इस अनदेखी के चलते आमजन की जुबां पर एक ही राग है पीबीएम की व्यवस्थाएं वेंटिलेटर पर है, शायद लगता है इसके जिम्मेदार कुंभकर्णी नींद में सो रहे है ।