वैदिक मंत्रोच्चार विधिवत रूप से नरेशपुरी महाराजा ने संभाली प्रधान बालाजी मंदिर महंत गद्दी
मेहंदीपुर बालाजी@जागरूक जनता। विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ मेहंदीपुर बालाजी प्रधान महंत की गद्दी पर नरेशपुरी गोस्वामी को संतों व पंच-पटेलों ने सर्वसम्मति से महंत के पद पर आसीन किया। अब नरेश पुरी महाराज विधिवत रूप से मेहंदीपुर बालाजी प्रधान महंत होंगे। मेहंदीपुर बालाजी स्थित है आरती हॉल में आयोजित कार्यक्रम में शनिवार को संत परंपरा के अनुसार पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिविधान पूर्वक पूजा अर्चना संपन्न कराई। इसके बाद सबसे
पहले महंत परिवार, इसके बाद अयोध्या के हनुमानगढ़ी
के संतों व आसपास के 15 गांवों के पंच पटेल व प्रबुद्धजनों ने चादर ओढ़ाकर विधिवत रस्म निभाई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पहुंचे आसपास के सर्व समाज, व्यापार सहित अनेक सामाजिक व धार्मिक संगठन के लोगों ने महंत नरेश पुरी महाराज का शाल व माल्यार्पण कर स्वागत कर आशीर्वाद लिया। समारोह के दौरान दर्जनों पंडितो द्वारा किए गए वैदिक मंत्रोचार से बालाजी धाम पूरी तरह भक्ति रंग में रंग गया। इस बीच बालाजी महाराज और महंत नरेश पुरी महाराज के जयकारे गूंज उठे। गौरतलब है कि विगत दिनों ब्रह्मलीन महंत किशोर पुरी महाराज का 87 वर्ष की उम्र में लंबी बीमारी के बाद देवलोक गमन हो गया था। वंश परंपरा के अनुसार महंत बने नरेश पुरी महाराज
ब्रह्मलीन महंत किशोरपुरी ने वंश परंपरा के अनुसार 12 अक्टूबर 1979 को विधिवत रूप से नरेशपुरी
गोस्वामी को अपना उत्तराधिकारी चुना था। शनिवार को आरती हॉल में आयोजित हुए समारोह में संत समाज में 1 दर्जन से अधिक आसपास के गांव के पंच पटेलों व प्रबुद्ध जनों द्वारा
चादर रस्म के बाद विधिवत रूप से नरेश पुरी महाराज को
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के महंत के रूप में आसीन किया।
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पिछले दिनों 87 साल की उम्र में ब्रह्मलीन हुए किशोरपुरी महाराज 55 साल पहले मेहंदीपुर बालाजी
मंदिर के महंत की गद्दी पर बैठे थे। उनके पूर्ववर्ती महंत
गणेशपुरी महाराज ने
किशोरपुरी महाराज को ओर किशोर पुरी महाराज महाराज ने नरेश पुरी महाराज को 41 वर्ष पूर्व वंश परंपरा के अनुसार क्रमवार अपना उत्तराधिकारी बनाया था। 55 वर्षों तक ब्रह्मलीन महंत किशोरपुरी महंत रहे थे। नरेश पुरी महाराज ने बाल्यकाल में ही गुरु किशोर पुरी महाराज से दीक्षा ली थी। लेकिन गत दिनों उनके देवलोक गमन पर उनकी इच्छा अनुसार मंशा अनुसार उत्तराधिकारी घोषित किए गए नरेश पुरी महाराज को शनिवार को विधिवत महंत चुना गया।
गद्दी पर आसीन होते ही नरेश पुरी महाराज ने घोषित की जनकल्याण व सामाजिक सरोकार की पंच विकास योजनाएं
महंत नरेशपुरी महाराज ने शनिवार को प्रधान महंत की गद्दी पर आसीन होते ही ब्रह्मलीन महंत किशोरपुरी महाराज के द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी एवं सामजिक सरोकार के कार्यो का विस्तार करते हुए उनकी स्मृती में पंच विकास योजनाओ को नए सिरे से मूर्त रूप देने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने श्री बालाजी महाराज मंदिर में दर्शन व्यवस्था, भोग व्यवस्था एवं मंदिर से सम्बंधित सभी आवशयक जानकारी की ऑनलाइन व्यवस्था, बालाजी महाराज मंदिर के जीर्णोधार निर्माण कार्य को तेज गति से कम समय में पूरा करना, मंदिर में दर्शनार्थियों के लिए जन उपयोगी सुविधायों का विस्तार करना, महंत किशोरपुरी स्मृति कॉलेज के माध्यम से एक वर्षीय नि:शुल्क पीजीडीसीए कोर्स का इसी सत्र से प्रारंभ एवं कंप्यूटर टीचर की भर्ती को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेने, वर्ष 2022 में गुरुकुल की तर्ज पर वैदिक संस्कृती की सभी विधाओ जैसे ज्योतिष, कर्मकांड, योग, वास्तु, वैदिक शिक्षा के उच्च स्तरीय तकनीकी संस्थान का प्रारंभ करने की घोषणा की। और कहा कि आमजन की सहमति और सहयोग से जन कल्याणकारी कार्यों को और गति दी जाएगी।
विहिप, बजरंग दल सहित अनेक सामाजिक धार्मिक व राजनैतिक संगठन के पदाधिकारियों ने दी शुभकामनाएं
मेहंदीपुर बालाजी स्थित आरती हॉल में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे अयोध्या के हनुमानगढ़ी महंत व अन्य संतो, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, जूना अखाडे, श्री राजपूत करणी सेना, सर्वसमाज, व्यापार मंडल, राजस्थान ब्राह्मण महासभा, जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) मंदिर श्री लाडलीजी, समाजवाद प्रहरी मजदूर संगठन, पत्रकार संघ, दर्जनों सामाजिक धार्मिक व राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारियों ने ब्रह्मलीन महंत किशोर पुरी के देवलोक गमन पर संवेदना व्यक्त करते हुए नए प्रधान महंत नरेश पुरी महाराज को शुभकामनाएं दी।