बीकानेर में स्टेट जीएसटी की बड़ी छापेमारी, 651 करोड़ की फर्जी बिलिंग के घोटाले का किया राजफाश, 20 करोड़ से अधिक की टैक्स चोरी का अंदेशा
बीकानेर@जागरूक जनता। जीएसटी विभाग ने कार्रवाई करते हुए 651 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है । राज्य गुड्स एंड सर्विस टेक्स विभाग ने फर्जी बिलों के जरिए सरकार को चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है । मंगलवार को बीकानेर में रेनिशा एन्टरप्राइजेज कंपनी के कई ठिकानों पर राज्य जीएसटी विभाग ने छापेमारी की है । फर्जी जीएसटी बिलों के जरिए गोरखधंधा करने वालों के खिलाफ राज्य जीएसटी एंटीविजन ने बीकानेर के सुजानदेसर, गंगाशहर में छापे मारे हैं । एसजीएसटी की कार्रवाई में खुलासा हुआ है की इस रैकेट द्वारा कागजों पर फर्जी कंपनियां बनाकर इस कारनामें को अंजाम दिया गया है, जिसमे करीब 20 करोड़ की टैक्स चोरी होने का अंदेशा जताया जा रहा है ।
कंपनी जिन पतों पर रजिस्टर्ड है वहां कंपनी नहीं मिली
बता दें कि गिरोह द्वारा बीकानेर के जिन नाम पतों पर कंपनियां रजिस्टर्ड करवाई गई थी, वहां पर आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद भी कोई कंपनी नहीं मिली । गिरोह के मास्टर माइंड लोगों द्वारा बीकानेर में कंपनियां रजिस्टर्ड करवाने के बाद कर्नाटक की कंपनियों से बड़े पैमाने पर सौदेबाजी दर्शायी है । रेनिशा एन्टरप्राइजेज कंपनी के जरिए कर्नाटक की फर्जी कंपनियों से भारी मात्रा में सोने-चांदी के फर्जी इनवॉइस बनाए गए। वंही इन फर्जी कम्पनियों पर हुई जीएसटी की कार्यवाही से बीकानेर से लेकर प्रदेश स्तर तक सनसनी फैली हुई है ।
जीएसटी विभाग की लापरवाही पड़ रही भारी
विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से ऐसे मामलों में शातिर टैक्स चोर अपने कार्य को अंजाम देने में सफल हो जाते है, कारण यह कि जब ये फर्जी कम्पनियां अपना रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए विभाग में आवेदन करती है तो विभाग के अधिकारियों द्वारा उनके दस्तावेज बिना जांचे परखे उनका रजिस्ट्रेशन जीएसटी में कर देते है और जब इनके काले कारनामों का चिट्ठा विभाग को पता चलता है तो ये शातिर कम्पनियां रफ्फूचक्कर हो जाती है, और अधिकांश मामलों में विभाग हाथ मलता रह जाता है ।
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