जयपुर। कोरोना के संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए लगाए वीकेंड लॉकडाउन का जयपुर में असर देखने को मिला। सब्जी, किराना, दूध, मेडिकल शॉप को छोड़कर शेष सभी दुकानें, मॉल और अन्य प्रतिष्ठान बंद रहे। पुलिस कार्रवाई के भय के कारण लोगों की आवाजाही बहुत कम रही। चारदीवारी के कई क्षेत्रों में सुबह से सन्नाटा पसरा रहा। यहां पुलिस का सख्त पहरा देखने को मिला। कई जगह वीरान सड़कें देखकर अप्रैल 2020 में लगे लॉकडाउन की याद ताजा हो गई।
चारदीवारी में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और निगरानी के लिए ड्रोन उड़ाए। इस दौरान पुलिस मित्रों पर फूल भी बरसाए और उनकी हौसला अफजाई की। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राहुल प्रकाश ने रिजर्व पुलिस लाइन से कोरोना की जागरूकता के लिए फ्लैग मार्च को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
नाकेबंदी कर लोगों से की पूछताछ
जरूरी सामान लेने के लिए लोग सुबह घरों से निकले, लेकिन 11 बजे बाद से सड़कें वीरान दिखने लगीं। चारदीवारी क्षेत्र में बाहर सांगानेर, प्रताप नगर, टोंक रोड, मानसरोवर, मालवीय नगर, इमली फाटक, विद्याधर नगर, अंबाबाड़ी सहित कई जगहों पर इक्के-दुक्के वाहन ही चलते दिखाई दिए। हालांकि सुबह जरूर लोगों की आवाजाही थोड़ी ज्यादा देखने को मिली। सुरक्षा को व्यवस्था को देखते हुए पुलिस ने कई जगहों पर आरएसी के जवान तैनात कर दिए। कुछ जगहों पर नाकाबंदी कर वहां से गुजरने वाले लोगों से पूछताछ की और उनके आईडी कार्ड देखकर छोड़ दिया।
बसों का संचालन 40% तक कम हुआ
वीकेंड लॉकडाउन में कई सेक्टर में काम करने वाले लोगों को आवाजाही में छूट है। जयपुर शहर से बाहर दूसरे शहर या दूसरे राज्यों में जाने वाले लोगों को भी मनाही नहीं है, लेकिन उसके बावजूद आज सड़कों पर भीड़ कम ही देखने को मिली। रोडवेज बस स्टेण्ड, रेलवे स्टेशन सहित अन्य स्थानों पर सामान्य दिनों की तुलना में बहुत कम भीड़ रही। इसके कारण सिंधी कैंप बस स्टेण्ड से आज कई रूटों पर बसों का संचालन भी कम हुआ। सवारियां नहीं होने के कारण लम्बी दूरी की बसों का संचालन सामान्य दिनों की तुलना में 40% कम बसों का संचालन हुआ।