23 माह बाद खाली पद भरा
जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में मंगलवार को नवनियुक्त लोकायुक्त प्रताप कृष्ण लोहरा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई। राजभवन में एक सादे समारोह में लोहरा केा राज्यपाल ने लोकायुक्त की शपथ दिलवाई। शपथ के बाद लोहरा ने लोकायुक्त सचिवालय जाकर पदभार संभाल लिया। आज से लोहरा ने कामकाज भी शुरू कर दिया।
राजभवन ने 27 फरवरी को प्रताप कृष्ण लोहरा को लोकायुक्त नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की थी। प्रदेश में 23 माह से लोकायुक्त का पद खाली पड़ा हुआ था। जस्टिस लोहरा अब अगले पांच साल तक प्रदेश के लोकायुक्त रहेंगे। पूर्व लोकायुक्त एसएस कोठारी के हटने के बाद प्रदेश में मार्च 2019 से ही लोकायुक्त का पद खाली था, तब से लोकायुक्त सचिवालय में आने वाली शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। अब नया लोकायुक्त मिलने से बड़े अफसरों के खिलाफ लंबित शिकायतों पर जांच हो सकेगी।
शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी, श्रम मंत्री टीकाराम जूली, मुख्य सचिव निरंजन आर्य सहित वरिष्ठ अफसर मौजूद रहे।
भाजपा राज में लोकायुक्त का कार्यकाल बढ़ाकर 8 साल किया, गहलोत ने आते ही उसे 5 साल किया
भाजपा राज में कांग्रेस के समय नियुक्त लोकायुक्त एसएस कोठारी ने छह साल काम किया, भाजपा राज में लोकायुक्त का कार्यकाल 5 साल से बढ़ाकर 8 साल किया गया था, जिसे गहलेात ने आते ही फिर 5 साल कर दिया। जस्टिस लोहरा 23 माह से खाली चल रहा लोकायुक्त का पद संभाल रहे हैं। पिछले लोकायुक्त एसएस कोठारी की नियुक्ति भी गहलोत सरकार ने मार्च 2013 में की थी। उनका कार्यकाल 25 मार्च, 2018 को ही पूरा हो गया था लेकिन भाजपा सरकार ने उनका कार्यकाल पूरा होने से 2 दिन पहले अध्यादेश के जरिए उसे 3 साल और बढ़ाकर उसे 8 साल कर दिया था।
इससे लोकायुक्त का कार्यकाल मार्च, 2021 तक का हो गया था, कांग्रेस ने उस समय इसका विरोध किया था। गहलोत सरकार ने मार्च 2019 में फिर से लोकायुक्त का कार्यकाल घटाकर पांच साल कर दिया। इसकी वजह से एसएस कोठारी को पद से हटना पड़ा।