- 11 जनों को लिया हिरासत में, काईवाई से स्थानीय प्रशासन में मचा हड़कंप
- सिरोही पुलिस व आबकारी विभाग के जिम्मेदारों की कार्यशैली गम्भीर सवालों के घेरे में..?
ब्यूरो रिपोर्ट – तुषार पुरोहित
सिरोही। सिरोही जिले में आबकारी आयुक्त जोगाराम के निर्देश पर गठित टीमों ने बड़ी काईवाई को अंजाम दिया है। प्राप्त जानकारी अनुसार अलवर, डूंगरपुर, अजमेर, जालोर, व उदयपुर की टीमों ने पूरी काईवाई की है। उदयपुर आबकारी विभाग के सहायक आबकारी आयुक्त राणाप्रताप सिंह के नेतृत्व में समस्त काईवाई हुई। अचानक से हुई काईवाई में सिरोही प्रशासन में मानो हड़कंप मच गया। साथ ही बाहरी टीमों द्वारा काईवाई होने के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन व आबकारी विभाग के जिम्मेदारों पर भी गम्भीर सवाल उठने लगे है..? आखिर इतना बड़ा लाइन का यह सिस्टम किसकी सह व आपसी पनाह या साठगांठ से चल रहा था.?
सिरोही पुलिस व आबकारी विभाग की कार्यशैली सवालों के घेरे में..?
सबसे बड़ा सवाल यह उठता है आखिर सिरोही आबकारी विभाग व सिरोही पुलिस और उसका ख़ुफ़िया तंत्र क्या कर रहा था..? ज़िले से लम्बे समय से अवैध शराब की तस्करी बदस्तूर जारी होने के बाद भी आखिर स्थानीय प्रशासन द्वारा काईवाई नहीं करने के पीछे क्या राज व रहस्य छुपा है , हर कोई यही जानने हेतु इच्छुक है। क्योंकि शायद ही यह बात किसी के जहन में उतरे की सिरोही प्रशासन के जिम्मेदारों को यह सबकुछ पता न हो.? वही पूरे मसलें को लेकर पिण्डवाड़ा आबू क्षेत्र से भाजपा विधायक ने भी इसी विषय पर गम्भीर सवाल दागते हुए अपने ट्वीट में कहा है कि “”गुजरात सीमा से सटे सिरोही जिले में बॉर्डर हाइवे मार्ग पर ‘लाइन’ शब्द आखिर क्या है एसपी साहब.. ? जिले से तस्करी कर गुजरात मे जा रही है हरियाणा निर्मित शराब पर कार्रवाई करने वाले पुलिसकर्मियों को मिलता है लाइन हाजिर का इनाम ,क्या यही है अशोक गहलोत का सुशासन..? उक्त ट्वीट करके विधायक ने जिम्मेदारों से गम्भीर सवाल किये थे। साथ गुजरात राज्य से सटे सिरोही जिले की सीमाओं में होकर तस्करों द्वारा भारी मात्रा में अवैध शराब की तस्करी आखिर किसकी पनाह से होती है व यह लाइन कहा तक जुड़ी हुई है यह हर कोई जानना चाह रहा है।
अन्य जिलों से आई टीमों ने करोड़ो की शराब पकड़ी
प्राप्त जानकारी अनुसार रोहिड़ा थाना क्षेत्र के भुजेला निकट जीएसएस के पीछे एक खेत पर बने गोदाम पर यह पूरी काईवाई राजस्थान के अन्य जिलों से आई टीमो द्वारा की गई है। यहां पकड़ी गई शराब की खेप को अन्य राज्यो में भेजा जाना था, जिसमे करीब एक दर्जन से ज्यादा वाहनों को जब्त कर कई लोगो को हिरासत में लिया गया हैं। जानकर सूत्रों का दावा है कि यह पूरा सिस्टम कई जिम्मेदारो की आपसी सांठगांठ से ही चलता है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार शराब से भरे 15 वाहनों को जब्त किया। आबकारी विभाग ने 11 जनों को हिरासत में लेकर वाहनों व शराब को आबूरोड आबकारी थाने लाकर अग्रिम कार्रवाई को अमल में लाया जा रहा है। पूरी काईवाई आबकारी आयुक्त जोगाराम के निर्देश पर सहायक आबकारी आयुक्त राणा प्रताप सिंह के नेतृत्व में जारी है। अवैध शराब की कीमत करीब पांच करोड़ आंकी जा रहीं हैं।