बीकानेर@जागरूक जनता। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल और पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने मंगलवार देर रात पीबीएम के बच्चा अस्पताल पहुंचकर श्रीडूंगरगढ़ के मोमासर बास में फूड प्वाइजनिंग के बाद यहां रेफर किए गए मरीजों के हाल-चाल जाने। उन्होंने चिकित्सकों को सभी मरीजों का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। साथ ही यहां भर्ती मरीजों की परिजनों से बातचीत की। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा तथा पीबीएम अधीक्षक डॉ. परमिंदर सिरोही सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।
यह था मामला
श्रीडूंगरगढ़ के मोमासर बास में चौधरी सब्जी फरोश के घर में शादी थी। जिसमें झंझुनूं और चूरू से बारात आई थी। जिसमें मंगलवार दोपहर हुए भोजन के कार्यक्रम में 100 से ज्यादा लोगो ने भोजन किया बताते है शाम को कई लोगों की तबियत खराब हुई तो उन्हें श्रीडूंगरगढ़ सीएचसी लाया गया। जहां एक के बाद एक बीमारों के पहुंचने की लाइन लग गई।पता चला कि ये सभी एक ही समारोह में भोजन करने के बाद आ रहे हैं। इसके बाद पूरे कस्बे में हडकंप मच गया। बताया जा रहा है कि शादी समारोह में पाइनेपल ज्यूस, दूध शर्बत और दही पापड़ी खाने के कारण फूड पॉयजनिंग हुई है। फूड पॉयजनिंग होने से करीब सौ लोग बीमार हो गए। श्रीडूंगरगढ़ सीएचसी पर अब तक 96 रोगी पहुंच चुके हैं, जबकि गंभीर रूप से बीमार हुए एक दर्जन बारातियों को पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचाया गया है।
पीबीएम अस्पताल पहुंचे रोगी
यहां पीबीएम अस्पताल पहुंचे रोगियों की तबीयत गंभीर है और इन्हें ट्रोमा सेंटर में भर्ती किया जा रहा है। इनमें अधिकांश का जी घबरा रहा है, उल्टी हो रही है और पेट में दर्द हो रहा है। सीनियर डॉक्टर्स भी ट्रोमा सेंटर पहुंच गए हैं। वहीं रेजीडेंट्स भी वहां आ गए हैं।
6 बच्चे पीबीएम में भर्ती
बीकानेर के चाइल्ड हॉस्पिटल में छह बच्चों को पहुंचाया गया है। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. घनश्याम सिंह सैंगर ने बताया कि इन सभी की तबियत खतरे से बाहर है और समय पर इलाज शुरू कर दिया गया है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी चाइल्ड हॉस्पिटल पहुंचे हैं।