चीन वैक्सीन मार्केट में अपना दबदबा कायम करने की योजना बना रहा है।
बीजिंग। डेल्टा वैरिएंट के केस तेजी से बढ़ने के बाद दुनियाभर में वैक्सीन की डिमांड बढ़ी है। सभी देश जल्द से जल्द अपनी आबादी का वैक्सीनेशन करना चाहते हैं, लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण जितनी डिमांड है, उतनी सप्लाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में अब चीन वैक्सीन मार्केट में दबदबा बनाने की योजना बना रहा है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि वे इस महीने के आखिर तक दुनिया के अलग-अलग देशों तक 2 अरब वैक्सीन (2 बिलियन) पहुंचाने की कोशिश करेंगे। हालांकि, जिनपिंग ने यह नहीं बताया कि चीन इसमें से कितनी वैक्सीन बेचेगा और कितनी गरीब देशों को मुफ्त में देगा। वैक्सीन की सप्लाई किस हिसाब से होगी इसका खुलासा भी नहीं किया गया है।
कोवैक्स प्रोग्राम को भी सहयोग करेगा चीन
जिनपिंग ने 10 करोड़ डॉलर के वैक्सीन डोज इंटरनेशनल वैक्सीन प्रोग्राम के तहत दान करने की बात कही है। इस प्रोग्राम का नाम कोवैक्स है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) चला रहा है। इस प्रोग्राम के तहत दुनिया के गरीब देशों को वैक्सीन के डोज सप्लाई किए जाते हैं।
चीन में बढ़ रहे डेल्टा वैरिएंट के मामले
चीनी राष्ट्रपति ने अपना संदेश एक वीडियो मैसेज के जरिए दिया, जिसे CCTV न्यूज ने जारी किया। हालांकि, उनके देश में पिछले कुछ दिनों के अंदर कोरोना के मामलों में तेजी देखी गई है। वहां इस समय सबसे खतरनाक डेल्टा वैरिएंट के केस सामने आ रहे हैं। पिछले सप्ताह चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिजियान ने कहा था कि उनका देश अब तक दुनिया में 70 करोड़ (700 मिलियन) डोज भेज चुका है।
अमेरिका और चीन में होड़
पिछले कुछ महीनों से चीन और अमेरिका के बीच वैक्सीन डिप्लोमेसी को लेकर होड़ लगी हुई है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषण की थी कि US 10 करोड़ वैक्सीन जरूरतमंद देशों को दान कर चुका है। अगले महीने से अमेरिका फाइजर वैक्सीन के 50 करोड़ डोज दान करने जा रहा है। ये डोज 100 गरीब देशों को दिए जाएंगे।