बीकानेर@जागरूक जनता । क्या ऐसा संभव है कि किसी सरकारी लॉटरी (आवंटन) से पहले ही उस जगह पर कोई कब्जा जमा ले, जाहिर है आप यह सब सुनकर सोच में पड़ गए होंगे । जी हां, यह गड़बड़झाला बीकानेर शहर में लॉटरी के माध्यम से खुलने जा रहे 60 डेयरी बूथों से जुड़ा ताजा मामला लॉटरी के ठीक एक दिन पहले सामने आया है । गहलोत सरकार की घोषणा के अंतर्गत शहर में अलग-अलग जगहों पर खुलने जा रहे इन साठ नये बूथों के लिए 24 अगस्त,मंगलवार को लॉटरी निकाली जानी है। लेकिन इसे सरकारी मिलीभगत कहे या किस्मत कलेक्शन जो भी है, लेकिन मामला चोंकाने वाला है । जंहा लॉटरी के इंतजार में लगे 60 बूथों में से एक बूथ मुरलीधर व्यास कॉलोनी स्थित डिस्पेंसरी के आगे तय स्थान पर लॉटरी निकलने से पहले ही खुल गया है। इस खुलमखुल्ला सरकारी गड़बड़झाले की पोल आमजन के सामने आने से तरह तरह की बातों से चर्चाओं का विषय बना हुआ है । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मुरलीधर व्यास कॉलोनी के तय स्थान पर सोमवार को श्री भैरव सरस डेयरी नाम से बूथ लगा मिला। इस पर बूथ नंबर 79 लिखा हुआ है। इस सम्बंध में मुख्य आवेदनकर्ता अमन जोशी के अनुसार यह बूथ लॉटरी से एक दिन पहले न सिर्फ खुला है बल्कि कुछ समय तक चला भी है। बाद में पोल खुलने लगी तो बंद कर दिया गया। वंही उरमूल डेयरी के प्रबंध संचालक ने कहा कि हाल ही में ऐसा कोई बूथ बिना लॉटरी अलॉट नही किया गया है। अगर ऐसा कोई बूथ लगा है तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है, 60 डेयरी बूथों के लिए नगर निगम द्वारा शहर में बूथों की जगहों का चिन्हीकरण कर लिया गया है । जिसमे करीब 1400 लोगों ने आवेदन किया है, जिसकी लॉटरी 24 अगस्त मंगलवार को निकाली जानी है। उरमूल प्रबंधकों के अनुसार लॉटरी की प्रक्रिया के लिए एक कमेटी बनी हुई है, जिसमें उनके साथ एडीएम सिटी, नगर निगम आयुक्त व यूआईटी सचिव शामिल है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर किस बड़ी हस्ती की शह पर खुलेआम लॉटरी नियमों व राजकीय कानूनों को धत्ता बताकर यह हिम्मत की गई, यह बड़ा सवाल है जिसे जागरूक शहर की जागरूक जनता जानना चाहती है । उम्मीद है प्रशासन इस और जल्द ध्यान देगा और लॉटरी चयन में पारदर्शिता के लिए अपनी शशक्त भूमिका अदा करेगा ।