-नारायण उपाध्याय
बीकानेर@जागरूक जनता । शनिवार देर रात्रि बीकानेर के सदर थानांतर्गत तीर्थम सर्किल पर पुलिस की कार्यशैली पर गम्भीर आरोप लगाते हुए वार्ड पार्षद के नेतृत्व में स्थानीय दुकानदार विरोध में उतर आए । इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। जिससे एक बारगी माहौल गरमा गया । मामला चोर को पकड़ने की बात को लेकर शुरू हुआ जो बाद में हंगामे में बदल गया । सदर थाना के तीर्थम सर्किल क्षेत्र के दुकानदारों ने बताया कि इस इलाके में बीते दिनों से चोरियां हो रही थी जिसको लेकर कई बार उन्होंने सदर थाने में शिकायत दर्ज करवाई लेकिन पुलिस की तरफ से कोई ठोस रिजल्ट सामने नही आया । दुकानदारों ने बताया इस दरम्यान शनिवार देर रात्रि तीन लड़के बंद दुकानों के ताले खोलने का प्रयास कर रहे थे, जिस पर स्थानीय लोगों व मोहल्लेवासियों ने तीनों चोरों को ललकारा, तो इस दौरान दो आरोपी भागने में सफल हुए,तीसरे चोर को पार्षद व मोहल्लेवासियों ने पकड़ लिया । पार्षद महेंद्र बडगूजर ने तुरन्त इसकी सूचना सदर थाना को दी तो वंहा से आए हैड कांस्टेबल रामभरोसी लाल ने पकड़कर रखे चोर को भगा दिया,उल्टा पार्षद से दुर्व्यवहार करने लग गए । इसी बात को लेकर पार्षद व मोहल्लेवासी पुलिस के विरोध में उतर आए। वंही इस हंगामे की सूचना अन्य कांगेसी पार्षदों को मिली तो वे भी मौके पर पहुंच गए । इधर हंगामे की इत्तला जब सदर थानाधिकारी को मिली तो वे लवाजमे के साथ मौके पर पहुंचे इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी को रोक लिया जिसे सदर थानाधिकारी सत्यनारायण गोदारा ने समझाइस कर मामला शांत करवाने के प्रयास शुरू किए।
लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर एक्शन मुंड में नजर आए । इस दौरान सीओ सदर पवन भदौरिया भी देर रात्रि घटनास्थल पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से वार्ता की और बुधवार तक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया और कहा कि जांच में जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी ।
बता दे, यह घटनाक्रम वार्ड 52 के तीर्थम सर्किल पर हुआ, जिसके पार्षद महेंद्रसिंह बड़गुर्जर ने पुलिस की कार्यशैली पर गम्भीर आरोप लगाए है । बड़गुर्जर के आरोप है कि चोर को पकड़कर पुलिस के हवाले किया लेकिन हैड कांस्टेबल रामभरोसी लाल ने चोर को भगा दिया इस बारे में जब पूछा कि उस चोर को पकड़कर पूछताछ करो लेकिन इस सवाल पर पुलिसकर्मी बिफर गया,उल्टा उससे उलझ गया और भला बुरा कहा । बड़गुर्जर ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि क्या ‘”आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय” की थीम पर चलने वाली खाकी की यही पहचान है???
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिस समय सीओ सदर सहित पुलिस के अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद थे, उससे 100 कदम की दूरी पर स्थित शराब के ठेके से खुल्लेआम शराब बेची जा रही थी, उस समय रात के करीब 11:30 बज रहे थे । जबकि नियमानुसार रात के 8 बजे के बाद शराब बेचना कानूनन जुर्म है लेकिन इस और पुलिस प्रशासन का ध्यान नही गया । यह सोचने और विचार करने वाली बात है । शहर के लगभग शराब ठेकों में कमोबेश यही हाल है ।
वंही घटनास्थल पर मौजूद सीओ सदर पवन भदौरिया से जागरूक जनता ने इस पूरे घटनाक्रम के बारे में बात करनी चाही तो उन्होंने हंसते हुए इस सम्बंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया, और पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए गाड़ी में बैठकर मौके से रवाना हो गए ।
वीडियो संकलन सहयोगी : मुकुंद खंडेलवाल