जयपुर/बीकानेर@जागरूक जनता। राज्य सरकार ने प्रदेश में पशु चिकित्सा संस्था विहीन ग्राम पंचायतों में 30 नवीन पशु चिकित्सा उप केंद्र खोलने एवं 43 पशु चिकित्सा उप केंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत करने की स्वीकृति जारी की है।
पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में पशु चिकित्सा सेवाओं के विस्तार के लिए सतत प्रयासरत है। इसी के तहत मुख्यमंत्री की बजट घोषणा की अनुपालना में बीकानेर सहित विभिन्न जिलों में 30 नवीन पशु चिकित्सा उप केंद्र खोलने एवं 43 पशु चिकित्सा उप केंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत करने की स्वीकृति जारी की गई है। उन्होंने बताया कि नए केंद्र खुलने से पशुपालकों को अपने नजदीक ही बेहतर चिकित्सा सेवाएं एवं विभागीय योजनाओं का त्वरित लाभ मिल सकेगा। साथ ही उप केंद्रों के पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत होने से वहां पशु चिकित्सा अधिकारी की सेवाएं मिल सकेगी और पशु शल्य चिकित्सा सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी।
पशुपालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरुषि मलिक ने जिलावार जानकारी देते हुए बताया कि जयपुर जिले में 6, बांसवाड़ा, हनुमानगढ़ एवं नागौर में 3-3, जैसलमेर, चुरू, भरतपुर एवं चित्तौड़गढ़ में 2-2 तथा अजमेर, बूंदी, भीलवाड़ा, दौसा, कोटा, श्रीगंगानगर एवं बीकानेर में एक-एक नवीन पशु चिकित्सा उप केंद्र मंजूर किया गया है। इसी प्रकार जयपुर जिले में 12, नागौर में 5, हनुमानगढ़ में 4, चुरू में 3, अजमेर, बाड़मेर, चित्तौड़गढ़, श्रीगंगानगर एवं जोधपुर में 2-2 तथा बूंदी, जालोर, राजसमन्द, सवाई माधोपुर, झुंझुनूं, दौसा, पाली, टोंक एवं सीकर जिले में एक-एक उप केंद्र को पशु चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया गया है।