
माउंट आबू (किशन वासवानी ). शराबीपन एक जानलेवा बीमारी है । यह केवल लत तक ही सीमित नहीं है । ऐसे ही शराब की लत में बेहिसाब शराब पीने वाले लोगों को शराब की लत छुड़वाने व उन्हें समाज की मुख्य धारा में पुनः लौटाने का कार्य कर रही एल्कोहॉलिक्स एनॉनिमस संस्था ,जो स्वयं उन लोगों ने मिलकर के बनाई है । जो खुद एक समय शराबीपन की लत में बुरी तरह से जकड़े हुए थे ।
माउण्ट आबू की एक होटल में ऐसे ही एल्कोहॉलिक्स एनॉनिमस संस्था की कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें संस्था के सदस्यों ने बताया कि, पहले शराब पीना फिर उसकी मात्रा को बढ़ाना ओर एक दिन जीवन के उस मोड़ पर पहुँच जाना कि,वह ओर शराब बाकि का परिवार,रिश्ते नाते जीवन,दुनियादारी सब कुछ तबाह । ऐसी अवस्था मे वह शराबी व्यक्ति ही बर्बाद नहीं होता बल्कि उसी शराब के नशे से घर परिवार पहले धन से ,दूसरे समाज मे इज्ज़त आबरू व अलगावपन ओर अन्ततः दुखदायी मौत के अनेक दुखों से सामान्यतया 40 से 50 व्यक्तियों का परिवार प्रभावित हो जाता है ।
अमीरों के लिए भी यह पीड़ा वैसी ही होती है जैसे एक सामान्य तौर आम व्यक्ति के लिए । अलहदा यह आदत समाज मे पहले इज्ज़त, रूतबा छिनती है । फिर बाकि बर्बादी का सफ़र वही से शुरू होकर एक दर्दनाक मौत या दुर्घटना या दर्दशा के रूप में समाप्त होता है ।
महाराष्ट्र से आयी डॉ संध्या पँवार ने इस संस्था के कार्यशैली को बताते हुए कहा कि,किस प्रकार से एक शराबी बनने के बाद व्यक्ति को पहले काम नही शाम ज़्यादा पसन्द होती है । क्योंकि वह समय एक लिमिट का होता है । फिर लत बढ़ती जाती है । संस्था ऐसे व्यक्ति या लत से जकड़ चुके व्यक्ति को मानसिक रूप से तैयार करती है,शराब छोड़ने के लिए । उससे बारम्बार बातें करना । उससे भावनात्मक रूप से जोड़ कर पुनः प्रयास पर प्रयास करते है और एक दिन फिर दो दिन फिर आजीवन उसे इस लत से दूर करके समाज के मुख्य धारा में लौटा लाते है । जिससे हँसता-खेलता परिवार था । इसका कोई शुल्क नही लिया जाता । व देश ही नही दुनिया भर में यह संगठन 183 देशों में एक साथ मिलकर समाज के बुरी लत से लोगों को दूर करने में अनअथक प्रयास कर रहा है ।