बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय एवं सिविलवॉलेट फाउंडेशन के मध्य “सिंबल ऑफ़ सेफ्टी”का समझौता करार,इस तरह का प्रदेश का प्रथम विश्वविद्यालय..

  • बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय ‘इंस्टिट्यूशनस सोशल रिस्पांसिबिलिटी’ का क्रियान्वयन करने वाला प्रदेश का प्रथम विश्वविद्यालय बना
  • शिक्षा समुदाय के सामुदायिक विकास और विद्यार्थियों की सामाजिक, भावात्मक, सर्वांगीण सुरक्षा की मुहिम के साथ सम्बद्ध महाविद्यालयों में उच्च सुरक्षा मानको का नवाचार एवं अभिनव परियोजना “सिंबल ऑफ़ सेफ्टी” का होगा क्रियान्वयन
  • एहसास (EHASAS-इन्हेंस्मेंट इन होलिस्टिक एप्रोच फॉर सेफ्टी एंड सिक्युरीटी) के नीतिगत मॉडयूल्स पर काम करेगा विश्वविद्यालय
  • सुरक्षा से समझौता नहीं, सुरक्षा ही संकल्प है, शिक्षा में सुरक्षा सुरक्षा में शिक्षा  : प्रो,अम्बरीष शरण विद्यार्थी, कुलपति

बीकानेर@जागरूक जनता। शिक्षा समुदाय के सामुदायिक विकास और सम्बद्ध महाविद्यलयों से जुड़े विद्यार्थियों की सामाजिक, नैतिक और सर्वांगीण सुरक्षा की सामाजिक मुहिम के साथ सामुदायिक विकास की अवधारणा को गति देते हुए बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय सिविलवॉलेट फाउंडेशन की शैक्षणिक नवाचार परियोजना “सिंबल ऑफ़ सेफ्टी” का हिस्सा बनने जा रहा हैं । जिसको लेकर बीकानेर तकनीकी विश्विद्यालय एवं सिविलवॉलेट फाउंडेशन के मध्य समझौता करार हुआ हैं,  इस अवसर पर कुलपति प्रो. अम्बरीष शरण विद्यार्थी और फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विक्रम सिंह कविया ने हस्ताक्षर किए और ज्ञापन का आदान प्रदान किया । जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया की बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय दुवारा प्रदेश में प्रथम बार आईएसआर “इंस्टिट्यूशन सोशल रिस्पांसिबिलिटीज” दायित्वों के अंतर्गत सामुदायिक विकास की अवधारणा के साथ सिविलवॉलेट फाउंडेशन के सहयोग से प्रदेश की उच्च शिक्षा व्यवस्था में  सुरक्षा मानको की अभिनव परियोजना “सिंबल ऑफ़ सेफ्टी” अभियान का क्रियान्वयन किया जा रहा है जिसके लिए डॉ.अजीत पुनिया का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया हैं ।

इस अवसर पर कुलपति प्रो.अम्बरीष शरण विद्यार्थी ने कहा की शिक्षा के साथ विद्यार्थियों के लिए  आदर्श संस्थागत सुरक्षा और उनमें सुरक्षा से जुड़े नैतिक दायित्वों के प्रति सजगता का एहसास करना भी विश्वविद्यालय की सामाजिक जिम्मेदारी हैं, बीटीयू से जुड़े सम्बद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों को इस अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा । शैक्षिक संस्थानों से जुड़े विद्यर्थियों की सर्वांगीण सुरक्षा के दृष्टिकोण में अभिवृद्धि के लिए “सिंबल ऑफ़ सेफ्टी” को एक सामजिक मंच के रूप में विकसित किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य सुरक्षा स्तरीय मानदंडों और सुरक्षा प्रथाओं के प्रति जागरूकता और नैतिक रूप से मजबूती प्रदान करना है।

विश्वविद्यालय दुवारा अकादमिक मूल्यों में गुणात्मक वृद्धि के विस्तार साथ हर विद्यार्थी की समग्र सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु सिविल वॉलेट फाउंडेशन के एहसास (इन्हेंस्मेंट इन होलिस्टिक एप्रोच फॉर सेफ्टी एंड सिक्युरीटी) मॉडयूल्स पर समझौता ज्ञापन किया हैं। एहसास मॉड्यूल जो कि समग्र सुरक्षा में वृद्धि करने के उपायों पर कार्य करता है जिसमें एहसास 101 एहसास 102 एहसास 401 एहसास 402 एवं एहसास 801 श्रेणी के पांच विभिन्न एमओयू पत्र पर हस्ताक्षर हुए।

इस परियोजना के क्रियान्वयन के क्रम में यह विभिन्न एमओयू बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी महाविद्यालयों में विद्यार्थियों के सुरक्षा चक्र को बढ़ाने हेतु लागू किए जाएंगे जिससे किसी भी विद्यार्थी को शैक्षणिक परिसर में शैक्षणिक वातावरण के साथ-साथ समग्र सुरक्षा का वातावरण भी अनुभूत हो सके तथा कोई भी विद्यार्थी संस्था परिसर में असुरक्षित महसूस ना करें, किसी भी तरह के तनाव अवसाद जैसे वातावरण से अपने आप को दूर रख सके तथा स्वयं को हर परिस्थिति में शारीरिक,मानसिक,व्यवहारिक एवं हर तरह से सुरक्षित रख सके। उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय होने के नाते विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के अकादमिक मूल्यों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए विद्यार्थियों की समग्र सुरक्षा पर भी पूरी तरह से गंभीर है। सिविल वॉलेट फाउंडेशन दुवारा विशेष संकल्प पत्र संस्थानों के साथ साझा किया जाएगा जिसमें संस्था संचालक के द्वारा संस्था परिसर में उपस्थित हर व्यक्ति की समग्र सुरक्षा को की जिम्मेदारी की चर्चा करते हुए संकल्प पत्र संस्था परिसर के सदस्यों के साथ साझा किया जाएगा जिससे संस्था के विद्यार्थियों उनके परिजनों इत्यादि का संस्था के प्रति विश्वास में वृद्धि होगी जिससे एक आदर्श शैक्षणिक एवं सुरक्षित वातावरण विकसित होने के अवसर पैदा होंगे।

इसी क्रम में एहसास 801 सीरीज का एक विशेष एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए जो कि पर्यावरण में अब तक कि सबसे नई परियोजनाओं में से एक होगी इस एमओयू के तहत प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारियों के निर्वहन में हर विद्यार्थी से यह अपील की जाएगी कि वह कम से कम पांच छायादार पेड़ पौधे के रूप में लगावे इसमें विशेष बात यह रही कि यहां हर वृक्ष का जन्मदिन भी मनाया जाएगा हर वृक्ष का एक नाम होगा उसकी भौगोलिक लोकेशन को रिकॉर्ड में रखा जाएगा तथा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वह पौधा सजीव रहे एक मजबूत वृक्ष के रूप में विकसित हो बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थी 1 साल में लगभग चार लाख पौधारोपण करके एक नया कीर्तिमान भी स्थापित करेंगे।

सिविलवॉलेट ने सुरक्षा मानको के प्रभावी समाधानों पर शोध किया है जो जोखिम/दुखद परिस्थितियों को कम करने और समाप्त करने में मदद कर सकते हैं और संस्थागत-परिसर दुर्घटनाएं, छेड़छाड़, सड़क दुर्घटनाएं, यौन उत्पीड़न,आपसी विद्यार्थी विवाद और बहुत कुछ जो छात्र या व्यक्ति को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आए दिन कई बार संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चूक सामने आयी है, संस्थानों में क्राइम तथा सुरक्षा लापरवाही के समाचार अक्सर सुनने को मिलते है। कई जगह संस्थानों में आत्महत्या, खुनी संघर्ष, आपसी संघर्ष, असहज  वातावरण, जैसे गंभीर मामले भी सामने आये है,  ऐसे बहुत अवसर आते है जब संस्थान स्तर पर यदि सजगता हो तो छात्रों की सुरक्षा बेहतर बन सकती है। ऐसे में यह अभियान हर वर्ग को लाभान्वित करेगा और सुरक्षा के माहौल को विकसित करेगा।

सुरक्षित वातावरण में हर विद्यार्थी अपने शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, भावनात्मक  विकास का हकदार है। शिक्षा व्यवस्था के नए मानको को तय करते हुए सिविलवॉलेट फाउंडेशन का यह सामाजिक अभियान सुरक्षा की वचनबद्धता के साथ सुरक्षा के नव अवसरों का सृजन करेगा और हमारे विश्वविद्यालय के हितधारको में वयवस्था के प्रति आत्मविश्वास और सद्भाव की भावना को विकसित करेग । प्रत्येक अभिभावक उन महत्व और बाधाओं को पहचानते हैं जो अक्सर उत्पन्न होते हैं जो एक छात्र के भविष्य के प्रयासों और शिक्षा को प्रभावित कर सकते हैं, इन अभिभावकों के लिए यह सुरक्षा का एहसास प्रदान करेगा । प्रतिभाशाली विद्यार्थी और शिक्षक तकनीकी उन्नयन, नवाचार और प्रतिस्पर्धा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हम दोनों पक्षों का मानना है कि दोनों का आपसी सहयोग विद्यार्थी समुदाय को अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने में सहायता प्रदान करेंगा ।

इस अवसर पर सिविलवॉलेट फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विक्रम सिंह कविया ने विस्तृत कार्ययोजना पर प्रकाश डालते हुए कहा सिविलवॉलेट फाउंडेशन युवाओं दुवारा स्थापित नवाचार और स्टार्टअप का अभिन्न हिस्सा हैं, आधुनिक सूचना क्रांति का उपयोग करते हुए ई-तकनीक की आमजन तक सुलभ पहुँच और इसके उपयोग के साथ हर क्षेत्र, वर्ग, समुदाय को इसके महत्व से परिचित कराते हुए फाउंडेशन राजस्थान प्रदेश की ई-क्रांति के जनकल्याण हेतु अधिकतम प्रचार-प्रसार के दृष्टिकोण के साथ समर्पित और कृतसंकल्पित हैं , जो कि शैक्षणिक संस्थानों में  उच्च मानदंडो का आंकलन कर विद्यर्थियो, अभिभावकों, शैक्षणिक संस्थानों के संचालको और आमजन में विश्वास का सिंबल “सुरक्षा का प्रतीक’ जारी करेगा । शिक्षण संस्थानों को इस प्रतीक का उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी इस प्रतीक का उपयोग करना संस्थान प्रशासन द्वारा माता-पिता और छात्रों को उनके परिसर में सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और आश्वासन को प्रकट करेगा ।

यह सिंबल मुख्य रूप से शैक्षणिक संस्थानों के उपयोग के लिए बनाया गया है सभी संस्थान इस सिंबल का उपयोग करने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होंगे। इस सिंबल के उपयोगकर्ता अपने परिसर में उपस्थिति हर व्यक्ति की सुरक्षा के प्रति पूर्ण रूप से गंभीर है। वह हर सम्भव इस बात का प्रयास करते है कि उनके परिसर में उपस्थित कोई भी व्यक्ति अपने आप को असुरक्षित महसूस ना करे। यह  सिंबल अपने आप में सुरक्षा की वचनबद्धता को लिए हुए है ।

यह कमिटमेंट इस सिंबल का उपयोग करने वाले संस्थान के द्वारा उनके विद्यार्थियों तथा अभिभावकों को दिया जायेगा। इस सिंबल की मूल भावना विद्यार्थियों की सुरक्षा के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को लेकर है उपयोगकर्ता संस्थान इस सिंबल का उपयोग कर के परिजनों तथा विद्यार्थियों को ये भरोसा दिलाएंगे कि वें विद्यार्थियों की उनके परिसर में सुरक्षा को लेकर पूर्ण रूप से सजग तथा चिंतित है। परियोजना के प्रथम चरण में सिंबल का विमोचन किया जायेगा तत्पश्चात सेवानिवृत सेना तथा पुलिसकर्मियो की विशेष टीम बनाकर संस्थानों तथा छात्रों को सुरक्षा के बारे में इसके सामजिक अभियान के माध्यम से जागरूक भी किया जायेगा। इस सिंबल को भारत की सभी मुख्य भाषाओ में अनुवादित करके सभी के लिए वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध करवाया जाएगा, संस्थान अपनी पसंद की भाषा का चुनाव करके वेबसाइट से एक बैनर फ्री में डाउनलोड कर पाएंगे जिसमे सिंबल स्टेटमेंट उल्लेखित होगा। संस्थान का हर सदस्य आपकी सुरक्षा एवं प्रगति में सहायक बनने हेतु कृत संकल्पित है। सिंबल ऑफ सेफ्टी मात्र एक सिंबल नही है बल्कि एक भरोसे का, एक विश्वास का एवं एक वचनबद्धता का प्रतीक है, जो इस सिंबल के उपयोगकर्ता के द्वारा उनके परिसर में उपस्थित समस्त समुदाय और व्यक्तियों के लिए दिया जा रहा है।

शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन के साथ-साथ सम्बद्ध महाविद्यालय दुवारा विद्यार्थी की सुरक्षा भी उनकें प्रमुख दायित्व में से एक है, संस्था परिसर में ऐसा वातावरण देने का प्रयास करे की जिसमें हर विद्यार्थी अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें, संस्था में इस बात का विशेष ध्यान रखे कि किसी भी विद्यार्थी को भय, तनाव, असुरक्षा एवं डर जैसा अनुभव ना हो और उन्हें ऐसे अवसर प्रदान करें की वह अपनी किसी भी तरह की समस्या को विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के साथ खुलकर साझा कर सकें । विद्यार्थी की सफलता-असफलता का उसके सुरक्षित रहने के साथ गहरा संबंध है तथा विद्यार्थी की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता उसके जीवन पर गहरा असर डाल सकता है । हम सुरक्षा नीतियों की नियमित अंतराल पर समीक्षा करते हैं तथा इस विषय पर कृत संकल्पित रहते हुए यह आश्वासन भी देते हैं कि समय-समय पर विद्यार्थियों की सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए नवीनतम उपायों प्रयासों को जारी रखेंगे तथा विद्यार्थी विद्यार्थियों को आदर्श सुरक्षित वातावरण की अनुभूति करवाएंगे।



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