बीकानेर@जागरूक जनता। बीकानेर में इन दिनों आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे है जंहा आज एक व्यक्ति ने श्मशान भूमि में फांसी लगाने से पहले एक सुसाइड नोट लिखकर चार लोगों पर अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए आत्महत्या कर ली । मामला गंगाशहर तुलसी समाधि स्थल के पीछे स्थित श्मशान गृह का है जंहा पेड़ पर एक व्यक्ति का लटकता हुआ शव मिला तो आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई, सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया । पुलिस के अनुसार आत्महत्या करने वाले युवक की पहचान बसंत कुंज निवासी रामरतन ब्राह्मण के रूप में हुई है, रामरतन के पिता नहीं हैं। वह अपनी पत्नी के साथ बसंत कुंज में रहता था। उसका पुश्तैनी मकान चोपड़ा स्कूल के पास बताया जा रहा है। वहीं भाई जोधपुर में कंपाउंडर है।
बताया जा रहा है कि युवक अपने घर अपने घर से बैंक में चैक जमा कराने का कह कर गया था, लेकिन थोड़ी देर बाद उसने चार लोगों के खिलाफ सुसाइड नोट में मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए आत्महत्या कर ली, उसकी जेब में एक सुसाइड नोट व चैक मिला। 2 लाख 44 हजार 820 रूपए लिखा यह चैक दिल्ली की किसी कंपनी के नाम था।
सुसाइड नोट पैसों के लेनदेन व समाज में बदनामी का आरोप
गंगाशहर पुलिस के अनुसार सुसाइड नोट में अशोक उपाध्याय, मृतक के चचेरे भाई प्रकाश उपाध्याय, प्रकाश का साला मूलाराम व ससुर माधुराम आरोपित हैं। सुसाइड में लिखा है कि अशोक उपाध्याय के साथ उसने घी का काम किया था। अशोक उसके डेढ़ करोड़ हजम कर गया। आजकल अशोक लाइट वायरिंग आदि का काम कर रहा है। वहीं प्रकाश, माधुराम व मूलाराम पर सोशल मीडिया पर बदनाम करने का आरोप लगाया है। राठौड़ ने बताया कि प्रकाश व रामरतन ने जूते का काम साथ किया था। आरोप है कि इसी के बाद वे सोशल मीडिया पर उसे चोर लिखते हुए विश्वास ना करने का कहते थे।गंगाशहर पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर चारों के खिलाफ धारा 306 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है, जांच के बाद ही घटनाक्रम की सही जानकारी सामने आ पाएगी।