’धन्यवाद देशनोक’ कार्यक्रम में नव निर्वाचित पार्षदों का हुआ सम्मान,भाटी डूडी ने दिया स्वागत भाषण
बीकानेर@जागरूक जनता। देशनोक नगर पालिका के नवनिर्वाचित पार्षदों का देशनोक की करणी गोशाला परिसर में सम्मान समारोह रखा गया। उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी के मुख्य आतिथ्य और पूर्व सांसद रामेश्वर डूडी की अध्यक्षता में रविवार को हुए ’धन्यवाद देशनोक कार्यक्रम’ में नवनिर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष ओम प्रकाश मूंधड़ा, उपाध्यक्ष तनुजा कंवर सहित सभी पार्षदों का साफा और फूलमाला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। स्वयं सेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों और देशनोक की जनता ने उत्साह के साथ नगर पालिका बोर्ड़ के सदस्यों का फूलमालाओं से स्वागत किया।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री भाटी ने स्वागत समारोह को अभूतपूर्व बताया और कहा कि प्रजातंत्र में लोक सेवक और जनसेवक का दायित्व है कि जनता की समस्याओं का समाधान हो। उन्होंने आशा व्यक्त की कि गवर्नेस के साथ यह बोर्ड़ कार्य करेगा। उन्होंने नव निर्वाचित पालिका बोर्ड़ के पदाधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार जो भी पैसा विकास के लिए भेजे उसका देशनोक के विकास के कार्यों पर सही रूप से खर्च हो। साथ ही पालिका में जो भी नागरिक कार्य के लिए आए उनका सम्मान के साथ कार्य समय पर होना चाहिए।
भाटी ने देशनोक की जनता से कहा कि आप निश्चिंत रहें शहर के विकास में हम सब मिलकर कार्य करेंगे और किसी भी व्यक्ति का काम रुकने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि नगर पालिका में जीते हुए पार्षद तथा हारे पार्षद प्रत्याशी मिलकर देशनोक के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि गत् दस वर्षों में देशनोक का विकास रूक गया था, उसे सामूहिक प्रयास से विकास कार्यों को नई गति प्रदान की जायेंगी। उन्होंने इस अवसर पर निर्दलीय पार्षदों का भी आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके सहयोग से पालिका में हमारा बोर्ड गठित हुआ। उन्होंने देशनोक के 25 वार्डों की जनता का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विकास के मामले में यह बोर्ड़ देशनोक को निराश नहीं करेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि पक्ष-विपक्ष मिलकर देशनोक की पानी-बिजली, सड़क, सीवरेज सिस्टम तथा पट्टे बनाने के कार्य करवाने की दिशा में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि विरिष्ठ पार्षदों के अनुभवों का लाभ भी यह बोर्ड लेगा। उन्होंने कहा कि आप सभी के सहयोग से मैं कोलायत विधान सभा क्षेत्र से विधायक बना। राज में भागीदारी बनते ही कोलायत, बज्जू, छत्तरगढ़ और नापासर में राजकीय महाविद्यालय खुलवाकर, ग्रामीण छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान किया है।
इस अवसर पर पूर्व सांसद रामेश्वर लाल डूडी ने कहा कि गत् 35 साल से कोलायत विधान सभा क्षेत्र विकास के मामले में पिछड़ा था। राज में भागीदारी मिलते ही अब कोलायत का तीव्रगति से विकास हो रहा है। उन्होंने मां करणी की तपाभूमि देशनोक को नमन करते हुए कहा कि इसके विकास में जो भी कमियां थी, उसे अब दूर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि नगर पालिका बोर्ड़ की कमान विकास पुरूष मूंधड़ा के मजबूत हाथों में है। उन्होंने कहा कि जन आकांक्षाएं फलीभूत हो, इसकी जिम्मेदारी दी गई है, जिसे पूरा किया जायेगा।
इस अवसर पर नव निर्वाचित नगर पालिका देशनोक के अध्यक्ष ओम प्रकाश मूंधड़ा ने कहा कि देशनोक की जनता ने जो हम पर विश्वास किया है, उस पर खरा उतरने का प्रयास किया जायेगा। देशनोक कस्बे की जो भी समस्याएं है, विपक्ष को साथ लेकर उनका निराकरण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब तक विकास की दृष्टि से पिछड़े इस कस्बे के सभी वार्डों में समान रूप से विकास कार्य करवाएं जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी पार्षदों ने अपने-अपने वार्ड की समस्याओं को चिन्हित कर लिया है, अब उसके समाधान के लिए कार्य किया जायेगा।
इस अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए ओम प्रकाश शर्मा ने देशनोक को उप तहसील बनाने, कस्बे की पुरानी पेयजल लाइन बदलवाने, समर्थन मूल्य पर फसल तुलवाई केन्द्र स्वीकृत करवाने तथा जो मुख्य रेल गाड़ी का देशनोक में ठहराव नहीं है, उनका ठहराव करवाने की मांग रखी। इस अवसर पर पूर्व आईपीएस मदन मेघवाल, महेन्द्र गहलोत ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
इनकी रही मौजूदगी-
’धन्यवाद देशनोक’कार्यक्रम में करणी गोशाला के अध्यक्ष मूलचंद राठी, जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल, बिशनाराम सियाग, कोलायत उप प्रधान रेवन्तराम मेघवाल, देशनोक महाविद्यालय की प्राचार्य शालिनी मूलचंदानी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य ओम प्रकाश सेन, पूर्व सरपंच सुखदेव खुड़िया, श्रीनिवास झंवर, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डीपी पचीसिया सहित नोखा, नागौर, श्रीगंगानगर, बीकानेर के जनप्रतिनिधि और समाजसेवी की भागादारी रही।
मां करणी के किए दर्शन-
इससे पहले उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी और पूर्व सासंद रामेश्वर लाल डूडी ने मां करणी मंदिर में पूजा-अर्चना की और देश और प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की । मंदिर पूजारी ने उन्हें जोत दिलाई।