प्रशासन गांवो की ओर शिविर पुनदलसर में राजस्थानी भाषा की मांग उठी
बीकानेर@जागरूक जनता। पूर्व प्रधान एवं प्रधान प्रतिनिधि केसराराम गोदारा पूर्व प्रधान छेलू सिंह शेखावत तोलाराम मारू अध्यक्ष जनजागृतिमंच श्रीडूंगरगढ़ द्वारा सामूहिक रूप से हस्ताक्षर युक्त एक ज्ञापन राजस्थान सरकार के संयुक्त सचिव राजस्व जयपुर सीताराम जाट प्रशासनिक अधिकारी के शिविर में आने पर दिया गया। प्रधान प्रतिनिधि केसरा राम गोदारा और पूर्व प्रधान छैलू सिंह शेखावत ने कहा राजस्थान के लोग राजस्थानी भाषा के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। यह जनता की बहुत पुरानी मांग है। अतः राजस्थानी भाषा को मान्यता दी जाए ।जन जागृति मंच के अध्यक्ष तोलाराम मारू ने बताया कि जंतर मंतर पर भी हमारे द्वारा 6 मई 2015 को विशाल धरना दिया गया।जिसको राजस्थान सरकार के तत्कालीन शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी तथा राजस्थान के अनेक सांसदों और हमारे द्वारा भी संबोधित कर राजस्थानी भाषा की मांग की गई थी । जंतर-मंतर पर आयोजित धरने में राजस्थान के हजारों लोग उपस्थित हुए थे लेकिन पूरे राजस्थान की मांग को आज तक अनदेखा किया जा रहा है। तोलाराम मारू ने बताया कि राजस्थानी भाषा ही ऐसी समृद्ध भाषा है जिसके एक एक चीज के सैकड़ों पर्याय है। जन भावना का आदर करते हुए
। शीघ्र राजस्थानी भाषा को भारत सरकार द्वारा मान्यता दी जाए।