बीकानेर@जागरूक जनता। श्रीकोलायत के पूर्व सरपंच देवीसिंह रावलोत के पिताजी प्रभुसिंह रावलोत का आज शाम ह्रदय गति रुकने से 85 वर्ष की उम्र में श्रीकोलायत में निधन हो गया है । रावलोत के निधन की खबर आते ही समूचे श्रीकोलायत तहसील सहित रावलोत के पैतृक गांव व राजनीतिक और व्यापारिक जगत में शोक की लहर छा गई। हाडला रावलोत गांव में थानेदार जी के परिवार से पहचान रखने वाले प्रभुसिंह रावलोत कांग्रेस के वरिष्ठ कद्दावर नेता थे उनकी राजनीति में अच्छी पकड़ थी। प्रदेश नेतृत्व स्तर के वरिष्ठ नेताओं से उनके सीधे सपंर्क थे । तहसील में उनका नाम बड़ी शिद्दत व आदर के साथ लिया जाता था। ग्रामीण स्तर की पंचायत में इनके द्वारा किये गए फैसलों को कोई ना नुकर नही करता था । इनकी कही बातों में इतना वजन होता था कि सामने वाला इनका मुरीद हो जाता । ग्रामीणों के अनुसार रावलोत का दबदबा पूरी तहसील में एक स्वर के साथ गूंजता था । जिसकी बदौलत उनके पुत्र देवीसिंह रावलोत पर श्रीकोलायत के वाशिंदों ने भरोसा जताते हुए उन्हें बतौर श्रीकोलायत का सरपंच चुना । देवीसिंह ने अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए श्रीकोलायत की जनता का विश्वास जीतते हुए अपना कार्यकाल बेदाग पूरा किया । वंही पिता की तरह राजनीतिक सफर पर देवीसिंह की मजबूत पकड़ है, जिसकी बदौलत देवीसिंह की पत्नी भी वर्तमान में पंचायत समिति सदस्य है।
बता दे, प्रभुसिंह रावलोत अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ कर गए है जिसमे तीन पुत्रों में देवीसिंह (पूर्व सरपंच श्रीकोलायत), भागीरथ सिंह फौजी, अशोक सिंह,एक पुत्री और 6 पौत्र,1 पौत्री व एक पड़पौत्री है।वंही रावलोत के निधन की दुःखद खबर सामने आते ही श्रीकोलायत स्थित उनके निवास पर राजनीतिक व सामाजिक संस्था से जुड़े लोग और ग्रामीण शोक संतप्त परिवार को ढाढ़स बंधाने पहुंच रहे है । रावलोत के पारिवारिक सदस्य के अनुसार शनिवार सुबह 9 बजे उनके श्रीकोलायत स्थित निवास से वैकुंठि यात्रा निकाली जाएगी जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।