जयपुर/चित्तौड़गढ़ @ jagruk janta। आर्थिक विषेषज्ञ एवं सामाजिक कार्यकर्ता डा. आई.एम. सेठिया को अर्न्तराष्ट्रीय संगठन विष्व मानवाधिकार सुरक्षा आयोग ने डाक्टरेट इन लिटरेचर (डी.लिट) की मानद उपाधि एवं सक्रिय सदस्यता भी प्रदान की है। भारतीय विदेष मंत्रालय से सबद्ध आयोग के संसदीय चेयरमेन गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं ससंद सदस्य फ्रेन्सीस्को सारदीन्हा, आयोग के अर्न्तराष्ट्रीय चेयरमेन डा. तपन कुमार राउतरे एवं महासचिव मेक्सीम नसेनगीयुमवा ने 13 अगस्त 2021 को मानद उपाधी एवं सक्रिय सदस्यता प्रदान करने संबंधी प्रमाण पत्र जारी किया। यह मानद उपाधि डा. सेठिया के आर्थिक, सामाजिक, बैंकिंग एवं वित्तिय एवं अकादमिक क्षेत्र में योगदान के फलस्वरूप प्रदान किया गया है। ज्ञात रहे कि विगत अक्टूबर 2020 में ही कॉमनवेल्थ वोकेषनल यूनिवर्सिटी, टांेगा ने भी डा. सेठिया को (डी.लिट) की मानद उपाधी प्रदान की थी।
डा. सेठिया ने वर्ष 2013 में राजस्थान विद्यापीठ उदयपुर से पीएचडी की एवं बी.कॉम के साथ सीए, सीएस एमबीए, एल.एल.बी, डिप्लॉमा इन लेबरला की डिग्री भी हॉसिल की कर अकादमिक क्षेत्र में अभिनव उपलब्धि हॉंसिल है। ज्ञात रहे कि डा. सेठिया अरबन बैंक के 1999 से 2017 तक संस्थापक अध्यक्ष एवं एनसीएम सीटी के 1990 से लगातार अध्यक्ष होने के साथ ही भारत विकास परिषद् एंव जेसीस क्लब, जन चेतना मंच एवं महावीर चेतना मंच के संस्थापक सदस्य के नाते भी सामाजिक क्षेत्र में अग्रणीय भूमिका निभाई वही सीए शाखा व जिलाकर सलाहकार संघ के अध्यक्ष राजस्थान कर सलाहकार संघ के प्रान्तीय उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय सचिव रहकर आर्थिक एवं वित्तिय क्षेत्र में भी विषेष योगदान प्रदान किया है।
सेठिया ने राजनैतिक क्षेत्र में भी प्रदेष कार्यसमिति सदस्य, जिला महामंत्री के साथ ही चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बासवाड़ा, जिले का संगठन प्रभारी पालिका चुनावो में रावतभाटा, जहाजपुर, पंचायतीराज चुनावो में बासवाड़ा जिला व आबुरोड़ के साथ ही सगंठनात्मक चुनावो में डूगरपुर जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी के साथ ही केन्द्रिय सहकारिता प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सहित कई दायित्वो का निर्वहन किया है। अरबन बैंक परिवार व एनसीएम सीटी सहित कई सामाजिक संगठनो ने इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया है।