275 बांध खाली, जमकर बरसा मानसून फिर सामान्य की तुलना में तीन फीसदी बरसात कम

  • प्रदेश के 275 बांध अब तक खाली
  • 727 में से मात्र 118 बांध ही पूर्ण रूप से भर पाए
  • गत वर्ष से 10.87 फीसदी अधिक बरसा पानी

जयपुर। प्रदेश में भले ही मानसून जमकर बरसा हो लेकिन इसके बाद प्रदेश में सामान्य की तुलना में तीन फीसदी बरसात कम हुई है और प्रदेश के 275 बांध खाली पड़े हैं। जल संसाधन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक मात्र 118 बांध ही पूर्ण से भरे हुए हैं। आंशिक रूप से भरे हुए बांधों की संख्या 312 है। इन बांधों में अब तक पिछले साल के मुकाबले 10.87 फीसदी पानी अधिक आया है लेकिन फिर भी कई बांध अब तक पानी के लिए तरस रहे हैं।

बांधों की वर्तमान स्थिति
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में छोटे बड़े मिलाकर कुल 727 बांध हैं जिसमें से 275 बांध 18 अगस्त तक खाली हैं और इन्हें बरसात का इंतजार है। इसमें से 4.25 मिलियन क्यूबिक मीटर एमक्यूएम से अधिक भराव क्षमता के 278 बांध में से 82 बांध खाली हैं। 141 आंशिक भरे हुए हैं और 54 पूर्ण भरे हुए हैं। 4.25 एमक्यूएम के कम भराव के बांध की बात की जाए तो 193 रिक्त हैं। जबकि विभाग के पास 21 बांधों की सूचना अभी नहीं मिल पाई है। 171 बांध आंशिक भरे हुए हैं और 64 बांध पूर्ण रूप से भरे हुए हैं।

पानी को तरस रहे जोधपुर संभाग के बांध
राजस्थान के सभी बांधों में पानी की आवक की बात करें तो प्रदेश चार संभागों जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर संभाग में विभक्त है। जयपुर संभाग में 261 बांध हैं, जिनकी पूर्ण भराव क्षमता 2671.12 एमक्यूएम है, जो 18 अगस्त तक 975.83 एमक्यूएम यानि 36.5 फीसदी भरे हुए हैं। जोधपुर के 123 बांधों की कुल भराव क्षमता 976.90 एमक्यूएम है और अब तक 48.29 एमक्यूएम पानी है। यानि इनमें अब तक मात्र 4.9 फीसदी पानी ही आया है। कोटा के 87 बांध की भराव क्षमता 4337.74 एमक्यूएम है और अभी तक 3915.38 एमक्यूएम पानी आ चुका है है। यानि 90.3 प्रतिशत। इसी प्रकार उदयपुर के 256 बांधों की कुल भराव क्षमता 4640.55 एमक्यूएम है और वर्तमान में इसमें 2216.54 एमक्यूएम पानी है जो 47.8 प्रतिशत है। राजस्थान के सभी बांधों की कुल भराव क्षमता 12626.32 एमक्यूएम है और जिनमें वर्तमान में 7151.05 एमक्यूएम पानी है यानी अब यह 56.68 फीसदी ही भर पाए हैं।

पिछले मानसून से इस बार आया अधिक पानी
पिछले साल मानसून में 18 अगस्त तक प्रदेश के सभी बांधों में 5783.90 एमक्यूएम पानी था, जो कुल भराव क्षमता का 45.81 फीसदी रहा। जबकि इस बार 18 अगस्त तक बांधों में 7156.05 एमक्यूएम यानी 56.68 फीसदी आ चुका है जो गत वर्ष के मुकाबले 10.87 फीसदी अधिक है। प्रदेश के बड़े बांधों की बात करें तो 22 बड़े बांधों की पूर्ण भराव क्षमता 8104.66 एमक्यूएम है, जबकि वर्तमान में भराव 5308.21 एमक्यूएम है। यानि इनमें 65.50 फीसदी पानी आ चुका है। 4.25 एमक्यूएम से अधिक भराव क्षमता वाले मध्यम और लघु 256 बांधों की भराव क्षमता 3656.42 एमक्यूएम है, इनमें 19 अगस्त तक 1603.57 एमक्यूएम पानी आ चुका है यानी यह बांध 43.86 फीसदी भर पाए हैं। वहीं 4.25एमक्यूएम से कम भराव क्षमता वाले 449 बांधों की कुल भराव क्षमता 865.25 एमक्यूएम है जो अभी 244.27 एमक्यूएम ही भर पाए हैं यानी इसमें अब तक केवल 28.23 फीसदी पानी ही आया है।

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