राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुलाई समीक्षा बैठक, मोदी सरकार के कामों का प्रचार-प्रसार कर छवि सुधारने का मिलेगा टास्क
जयपुर। राजस्थान के सभी बीजेपी सांसदों के कामकाज का राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और वरिष्ठ नेता हिसाब किताब लेंगे। सांसदों की परफॉर्मेंस पर चर्चा करने के लिए आज गुरुवार को दिल्ली में जेपी नड्डा की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में कोरोनाकाल में बीजेपी के सेवा कार्यों में सांसदों के योगदान की समीक्षा होगी। सांसदों ने केंद्र सरकार की योजनाओं का कितना प्रचार-प्रसार किया, लाभार्थियों तक गए या नहीं, इस पर भी हर सांसद से रिपोर्ट ली जाएगी। बैठक में सांसदों के विकास कामों के बारे में भी समीक्षा होगी।
सांसदों के साथ होने वाली समीक्षा बैठक में पार्टी के कामों और अभियानों में अब तक के कामकाज के रिव्यू के साथ आगे संगठन से जुड़े टास्क दिए जाएंगे। बीजेपी का मुख्य फोकस केंद्र सरकार की योजनाओं का बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार का है। महंगाई, बेरोजगारी और कोरोना में सरकारी खामियों को लेकर मोदी सरकार को लेकर बन रही धारणा पर भी सांसदों से चर्चा होगी। केंद्र सरकार के प्रति जनता की धारणा को लेकर बीजेपी सांसदों का सीधा ग्राउंड से कनेक्ट रहने का टास्क मिलेगा ताकि केंद्र के प्रति जनता के बीच नाराजगी पनपने से पहले उसे काउंटर किया जा सके।
इस साल सांसदों की दूसरी बार समीक्षा बैठक
राजस्थान के बीजेपी सासंदों की यह दूसरी समीक्षा बैठक है। 6 महीने पहले भी जेपी नड्डा ने सांसदों की बैठक ली थी। कल की बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया आज ही दिल्ली चले गए हैं। पूनिया के साथ नेता प्रतिपक्ष गुलाबंचद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर भी बैठक में शामिल होंगे। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और राजस्थान से जुड़े राष्ट्रीय पदाधिकारी भी इस बैठक में शामिल होंगे।
केंद्र की योजनाओं का सियासी फायदा उठाने पर फोकस
बीजेपी केंद्र सरकार की छवि को लेकर बहुत सजग है। इसलिए सांसदों को केंद्र की योजनाओं की धरातल पर जाकर राजनीतिक मॉनिटरिंग करने का टास्क दिया हुआ है। केंद्र की योजनाओं का लाभार्थियों के बीच बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार का जिम्मा सांसदों के कंधों पर है। बीजेपी चाहती है कि केंद्र की फंडिंग वाली योजनाओं का श्रेय पूरी तरह पार्टी को ही मिले। इसीलिए सांसदों से समय-समय पर फीडबैक लिया जाता है। बीजेपी संगठन की टीम को भी इस काम में लगाया है। बीजेपी का फोकस केंद्र की योजनाओं के बूते सियासी फायदे पर है, सियासी फायदे के लिए जनता के पर्सेप्शन को लगातार पक्ष में करने की कवायद की जा रही है।