राजस्थान में गुरुवार को मानसून की रफ्तार धीमी हुई है, लेकिन बीसलपुर बांध में पानी की आवक की रफ्तार तीन दिन से लगातार बनी हुई है। पिछले 24 घंटों के दौरान बांध में 48 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई है।
जयपुर @ jagruk janta। राजस्थान में गुरुवार को मानसून की रफ्तार धीमी हुई है, लेकिन बीसलपुर बांध में पानी की आवक की रफ्तार तीन दिन से लगातार बनी हुई है। पिछले 24 घंटों के दौरान बांध में 48 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई है। इसके चलते जलस्तर 310.37 आरएल मीटर पहुंच गया है। जबकि बुधवार को जलस्तर 309.89 आरएल मीटर पर था। उधर, बांध के केचमेंट एरिया में त्रिवेणी नदी 1.50 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है। ऐसे में बीसलपुर में और पानी आने की उम्मीद बनी हुई है। पानी की आवक लगातार बढ़ने के बाद जलदाय विभाग का कहना है कि वर्तमान पानी अगले साल मार्च तक जयपुर और अजमेर की प्यास बुझा सकता है। जल संसाधन विभाग की माने तो बांध में इस मानसून अब तक एक मीटर एक सेंटीमीटर पानी की आवक हो चुकी है।
जयपुर और अजमेर की लाइफ लाइन बन चुके बीसलपुर बांध में पानी की आवक का इंतजार लाखों लोगों को रहता है और ऐसे में बांध में यदि एक सेंटीमीटर पानी की आवक भी होती है तो बड़ी राहत मिलती है। कयोंकि एक सेंटीमीटर पानी भी लाखों लोगों की प्यास बुझा सकता है। इस मानसून बांध से बड़ी उम्मीदें लगी हुई हैं और बांध में पानी की आवक शुरू होने के बाद लगता है कि यह पूरी भी होंगी। बांध पर 315.50 आरएल मीटर पर चादर चलती है और वर्तमान में जलस्तर 310.37 आरएल मीटर तक पहुंच गया है।
जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि बांंध के केचमेंट एरिया में बह रही त्रिवेणी नदी का जलस्तर 1.50 मीटर पर चल रहा है, जिसके चलते बांंध में पानी की आवक जारी है। पानी की आवक तीन दिन से जारी है, लेकिन ज्यादा पानी पिछले 24 घंटे के दौरान आया है। बुधवार को बांध का जल स्तर 309.89 आरएल मीटर था, जो गुरुवार सवेरे 8.30 बजे तक 310.37 आरएल मीटर तक पहुंच गया है। बंसल का कहना है कि त्रिवेणी लगातार चल रही है हालाकि मौसैम खुलने के बाद केचमेंट एरिया में बारिश बंद हो चुकी है, लेकिन नदी से कुछ सेंटीमीटर पानी बांंध में और आएगा। उधर मौसम विभाग का अनुमान है कि इस माह बारिश के कई दौर आएंंगे। ऐसे में माना जा सकता है कि त्रिवेणी पूरी ऊंचाई पर बहेगी और बांध में अच्छे पानी की आवक हो सकती है।
इस मानसून 1 मीटर 1 सेंटीमीटर की आवक
बीसलपुर में पानी की आवक की बात करें तो इस मानसून अब तक एक मीटर एक सेंटीमीटर पानी की आवक हो चुकी है। मानसून से पहले जलस्तर 309.36 आरएल मीटर था, जो अब 310.37 आरएल मीटर हो गया है। पिछला मानसून बांध को लबालब नहीं कर सका था। लेकिन इस बार आस जग रही है कि बांध में अच्छा पानी आ सकता है। पिछले साल एक सितंबर को बांध का जलस्तर 313.28 आरएल मीटर था, जिससे जयपुर, अजमेर और अन्य स्थानों को लगातार जलापूर्ति हो रही है। पिछले मानसून बांध में कुल 6 टीएमसी पानी की आवक ही हो सकी थी।
विभाग को चादर चलने का इंतजार
बीसलपुर बांध पर अब तक पांच बार चादर चल चुकी है और इस बार भी चादर चलने का इंतजार शुरू हो गया है। त्रिवेणी से पानी की आवक शुरू होने के बाद चादर चलने की उम्मीद जगी है। बता दें कि बांध का कुल जलस्तर 315.50 आरएल मीटर है। जल संसाधन विभाग की माने तो वर्ष 2004 में पहली बार चादर चली थी। उसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016 और वर्ष 2019 में चादर चली थी। पिछली बार चादर चलने के दौरान जल संसाधन विभाग को बांध के सभी गेट खोलने पड़े थे। करीब 20 दिन तक बांध से पानी बाहर निकालना पड़ा था।