कोरोना काल में राजनीतिक दलों के बीच राजनीति जारी है।
जयपुर। कोरोना काल में राजनीतिक दलों के बीच राजनीति जारी है। कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे है। अब कांग्रेस पार्टी की ओर से 22 जून को सुबह 11 बजे एक वर्चुअल गोष्ठी रखी गई है। पीसीसी सचिव जसवंत गुर्जर ने बताया कि इसका विषय “जनता की अदालत में मोदी हाजिर हो,लापरवाही से मौत” शीर्षक रखा गया है। इसमें कांग्रेस नेता और राहुल गांधी के विश्वस्त सचिन राव मुख्य वक्ता होंगे। यह वर्चुअल रूप से होगी।
अपने इलाकों में जनता को दें संदेश
गोष्ठी के जरिए कांग्रेस की ओर से मोदी सरकार पर निशाना साधा जाएगा कि कोरोना काल के गुजरे भयावह दौर में मोदी सरकार की वजह से देश में लाखों लोगों की जान चली गई। इस गोष्ठी के जरिए कार्यकर्ताओं को बताया जाएगा कि वे अपने अपने इलाकों में मोदी सरकार की कमियां बताकर उसे उजागर करें। यहीं नहीं यह संदेश भी दें कि जनता की अदालत में मोदी हाजिर हों। कांग्रेस अपने इस कार्यक्रम को हर प्रदेश में भी लेकर जाएगी।
गहलोत ने कहा था कमियां बताना कोई आलोचना नहीं
कल रविवार को वैक्सीनेशन को लेकर आयोजित सर्वदलीय बैठक में सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि हम भारत सरकार को चिट्ठी लिखते हैं तो वह फीडबैक है, आलोचना नहीं है। हमने केन्द्र को कहा कि वैक्सीन की कमी है तो सूचना दे दी तो उसे ही आलोचना मान लेते हैं। गहलोत ने कहा कि 18 साल से ज्यादा उम्र वालों के नि:शुल्क वैक्साीनेशन के लिए हमें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। ऐसे वक्त में कमियां बतानी पड़ती है। गहलोत ने यह भी कहा था कि अभी हमें राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं, बल्कि सामाजिक कार्यकर्ता बनकर काम करना है, इंसान बचेगा, तो ही हम राजनीति कर पाएंगे
भाजपा सांसद हुई नाराज— भाजपा सांसद जसकौर मीणा ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा था कि दलगत राजनीति से मेरी हेल्पडेस्क को प्रशासन ने हटा दिया। इस पर सीएम से कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम कराएं। यहीं नहीं इस बैठक में बीटीपी विधायकों ने भी निशाना साधा था।