मोदी के गढ़ में पहुंचे केजरीवाल, अहमदाबाद में पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के साथ पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से 2022 में होने वाले चुनाव को रणनीति पर करेंगे चर्चा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सियासत में कुछ ही वर्षों में अच्छा मुकाम हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी की नजर अब दूसरे प्रदेशों में कद बढ़ाने पर टिकी हैं। इसी कड़ी में पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार 14 जून को गुजरात दौरे पर हैं।
अरविंद केजरीवाल सोमवार सुबह गुजरात पहुंचे। यहां अहमदाबाद में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यालय के उद्घाटन के साथ ही आगामी चुनाव से पहले गुजरात में अपनी पार्टी की जमीन मजबूत करने की शुरुआत भी कर देंगे।
दिल्ली के साथ-साथ अब आम आदमी पार्टी अन्य राज्यों में भी पार्टी के कद बढ़ाने में जुटी है। फिर चाहे वो पंजाब हो, उत्तराखंड हो या फिर गुजरात। हर जगह पार्टी अपने पैस पासरने की कवायद तेज कर रही है। खुद अरविंद केजरीवाल 14 जून को गुजरात दौरे पर हैं।
अरविंद केजरीवाल तय समय पर सुबह करीब 10 बजे गुजरात पहुंचे। यहां से सीधे वे अपने पार्टी के नए कार्यालय पहुंचे।
बताया जा रहा है कि केजरीवाल दोपहर में एक प्रेस वार्ता भी कर सकते हैं। इस दौरान वे चुनावी रणनीति को लेकर जरूरी जानकारी दे सकते हैं।
गुजरात दौरे से पहले किया ये ट्वीट
केजरीवाल ने अपने गुजरात दौरे से पहले ट्वीट कर सियासी हलचल तेज कर दी। उन्होंने अब ट्विटर हैंडल पर लिखा-
अब गुजरात बदलेगा।
कल मैं गुजरात आ रहा हूं, गुजरात के सभी भाई-बहनों से मिलूंगा।
इस वर्ष में गुजरात का दूसरा दौरा
केजरीवाल की वर्ष 2021 में ये दूसरा मौका है जब वे गुजरात के दौरे पर हैं। इससे पहले वे फरवरी में सूरत गए थे। जहां स्थानीय निकाय चुनाव में पहली बार उतरी ‘आप’ मुख्य विपक्षी दल के तौर पर उभरी थी। अरविंद केजरीवाल का ये दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि उनकी पार्टी अगले वर्ष दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर नजर गढ़ाए हुए है। यही वजह है की पार्टी की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
इसलिए आप को मिली ताकत
आम आदमी पार्टी को गुजरात के लिए ताकत मिलने के दो बड़े कारण है। एक हाल ही में हुए नगर निगम चुनाव जहां पर केजरीवाल की पार्टी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। वहीं दूसरा उसी चुनाव में कांग्रेस के लचर प्रदर्शन ने भी आप के लिए अवसर के दरवाजे खोल दिए।
ये रहेगी ‘आप’ की कोशिश
राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चा की मानें तो आम आदमी पार्टी पूरी कोशिश कर रही है कि अब आने वाले विधानसभा चुनाव को भी बीजेपी बनाम ‘आप’ कर दिया जाए। सूरत की कामयाबी पार्टी की सोच को सच में साबित करने में बड़ी भूमिका निभा सकती है।