ताऊते की चेतावनी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने की सभी आवश्यक तैयारियां

ताऊते की चेतावनी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने की सभी आवश्यक तैयारियां

बीकानेर@जागरूक जनता। ताऊते तूफान को लेकर मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं। विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में कोविड मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसकी पुख्ता व्यवस्था की गई है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रत्येक अस्पताल में जनरेटर की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। पीबीएम तथा जिला अस्पताल अधीक्षक के अलावा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सभी सरकारी अस्पतालों में इसकी माॅनिटरिंग करेंगे। वहीं निजी अस्पतालों के पर्यवेक्षण के लिए नियुक्त अधिकारियों को संबंधित अस्पताल की माॅनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही विद्युत निगम के अधिकारियों को अगले दो दिन राउंड दा क्लाॅक एक्टिव मोड में रहने और विद्युत सप्लाई बाधित होने की स्थिति में उसे अविलम्ब दुरूस्त करने के लिए निर्देशित किया गया है। इनके अलावा उच्च क्षमता वाले जनरेटर सेट रिजर्व रखे गए हैं, जिससे किसी प्रकार की तकनीकी खामी होने की स्थिति में तत्काल इनका उपयोग किया जा सके।
शर्मा ने बताया कि मरीजों की आॅक्सीजन सप्लाई व्यवस्था प्रभावित नहीं हो, इसको ध्यान में रखते हुए वाहनों में आॅक्सीजन गैस के भरे हुए सिलेण्डर तैयार रखे गए हैं जिससे जरूरत वाले क्षेत्रों में इन्हें तत्काल भेजा जा सके। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देशित किया गया है, कि अंधड़ या बरसात के कारण मुख्य मार्गों पर पेड टूटते हैं, तो उन्हें तत्काल हटाया जाए, जिससे आवागमन बाधित नहीं हो। इसी प्रकार आर्मी, बीएसएफ और सिविल डिफेंस से भी समन्वय स्थापित किया गया है।

अतिरिक्त कलक्टर ने बताया कि सभी उपखण्ड अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में नियमित नजर रखेंगे तथा आपदा प्रबंधन की टीम को एक्टिव रखेंगे। आमजन की किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसके दूरभाष नंबर 0151-2226031 हैं। इसके साथ ही उन्होंने आमजन से अगले दो दिन घरों से बाहर नहीं निकलने का आह्वान भी किया है। उन्होंने बताया कि मौसम विज्ञान केन्द्र के मौसम पूर्वानुमान और चेतावनी के अनुसार 18 और 19 मई को प्रदेश के कई जिलों में इसका सर्वाधिक असर रहेगा।
इस दौरान बारिश से निचले इलाकों में जल भराव हो सकता है। इसके मद्देनजर किसानों को खुले आसमान के नीचे अथवा खलिहान में पड़े अनाज को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करने, कृषि मंडियों में रखे हुए अनाज को ढककर व सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी गई है। साथ ही खेतों में लगे सोलर सिस्टम को अचानक तेज हवाओं से नुकसान नहीं हो, इसके मद्देनजर इन्हें सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी गई है। यदि आसपास के क्षेत्र में मेघगर्जन हो, बिजली चमके, तो पेड़ों के नीचे शरण ना लें। तेज अंधड़ के समय बड़े पेड़ों के नीचे और कच्चे मकानों में शरण नहीं लें। तेज अंधड़ के समय वाहन चलाते समय भी विशेष सावधानी बरती जाए।

Date:

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

गुजरात के 60 विद्यार्थीयो ने कृषि के क्षेत्र में नवाचार के लिए कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर का किया भ्रमण

कृषि महाविद्यालय जोबनेर और कृषि महाविद्यालय वासो के छात्रों...

‘पूजा स्थलों की सुरक्षा’ कानून से संबंधित याचिका को सुनेगा सुप्रीम कोर्ट, तारीख हुई तय

बीते लंबे समय से पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम,...