ऊर्जा मंत्री ने ली कोविड प्रबंधन की समीक्षा बैठक, कहा-यह परीक्षा की घड़ी, मुस्तैदी से करें काम
बीकानेर@जागरूक जनता। ऊर्जा तथा जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि जिले की आवश्यकता के अनुसार आॅक्सीजन उपलब्ध करवाने में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। नए आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट बनाने और अधिक से अधिक आॅक्सीजन कन्संट्रेटर उपलब्ध करवाने की दिशा में भी प्राथमिकता से काम किया जाएगा।
डाॅ. कल्ला रविवार को जिले में कोविड प्रबंधन से संबंधित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है। यह हमारे लिए परीक्षा की घड़ी है। ऐसे में कोविड प्रबंधन से जुड़े प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी को ‘कोरोना वारियर्स’ की तरह काम करना होगा। उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक चिकित्सालय में भर्ती मरीज को आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त आॅक्सीजन मिले, इसके लिए प्रभावी रूपरेखा के अनुसार कार्य किया जाए। उपलब्ध आॅक्सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन करें तथा इसकी नियमित आॅडिट भी करवाई जाए। उन्होंने वर्तमान में जिले में आॅक्सीजन की आवक, वितरण और आवश्यकता की समीक्षा की तथा कहा कि घरों में उपचाररत मरीजों को शीघ्र आॅक्सीजन सिलेण्डर मिल जाएं, इसके लिए संबंधित अधिकारी अधिक सतर्कता के साथ कार्य करंे। निजी अस्पतालों में भी आॅक्सीजन उपलब्धता को लेकर कोई परेशानी नहीं हो, इसके मद्देनजर बेहतर समन्वय के निर्देश दिए।
*जिला अस्पताल में बनेगा आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट*
डाॅ. कल्ला ने पीबीएम सहित विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन कोविड मरीजों के बारे में जानकारी ली तथा कहा कि जिला अस्पताल के कोविड केयर सेंटर की क्षमता बढ़ाकर सौ बैड की जाए। इसके लिए 10 अतिरिक्त आॅक्सीजन कंसंट्रेटर जिला अस्पताल को देने के निर्देश दिए। वहीं जिला अस्पताल में आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट बनाने के लिए विधायक निधि से 45.32 लाख रुपये की स्वीकृति दी। इस कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जिले को शीघ्र ही पांच सौ आॅक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाए जाएंगे। साथ ही नगर निगम सहित एनएलसी द्वारा बनाए जाने वाले आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट के बारे में चर्चा की।
*निजी अस्पताल भी हों आॅक्सीजन आत्मनिर्भर*
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आॅक्सीजन खपत वाले सभी निजी अस्पताल, आॅक्सीजन उपलब्धता के हिसाब से आत्मनिर्भर हों, इसके मद्देनजर इन अस्पतालों को खपत के अनुसार आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट बनाने के लिए निर्देशित किया जाए। प्रत्येक निजी अस्पताल में भर्ती, जांच सहित सभी प्रकार के शुल्क से संबंधित बोर्ड लगाए जाएं तथा सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक राशि वसूली जाने की स्थिति में कार्यवाही की जाए। निजी अस्पतालों के मेडिकल बायो वेस्ट के नियमानुसार निस्तारण के निर्देश भी दिए। जिले में रेमडेसिविर सहित अन्य दवाइयों की उपलब्धता एवं आवश्यकता की समीक्षा भी की।
डाॅ. कल्ला ने कहा कि आईसीयू वार्ड में वरिष्ठ चिकित्सक प्रतिदिन कम से कम दो बार राउण्ड लें और मरीजों की स्थिति पर नजर रखें। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाए। एमसीएच विंग के आईसीयू वार्ड में अतिगंभीर मरीजों के परिजन ही प्रवेश करें। इस दौरान पीपीई किट सहित कोविड प्रोटोकाॅल की पालना हो। उन्होंने यहां साफ-सफाई की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। प्लाज्मा बैंक को और अधिक सुदृढ़ करने को कहा।
*प्रतिदिन दो राउंड लें वरिष्ठ चिकित्सक*
ऊर्जा मंत्री ने डोर-टू-डोर सर्वे को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए तथा कहा कि चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इसकी नियमित समीक्षा करें। इस दौरान प्रोनिंग प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाए। उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन और मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रगति भी जानी तथा कहा कि जिले की जनसंख्या के अनुपात में वैक्सीन उपलब्ध करवाई जाएगी। कंटेंटमेंट क्षेत्रों में विशेष ध्यान रखने, सोमवार से प्रारम्भ हो रहे लाॅकडाउन के दौरान गाइडलाइन की शत प्रतिशत अनुपालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि उपलब्ध आॅक्सीजन के समुचित उपयोग के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और चिकित्सकों द्वारा नियमित माॅनिटरिंग की जा रही है। पीबीएम अस्पताल और चिकित्सा विभाग को पांच सौ आॅक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने की स्वीकृति दी गई है। लाॅकडाउन के प्रावधानों की अनुपालना के लिए ज्वाइंट एनफोर्समेंट टीमों तथा संबंधित उपखण्ड अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। किसी भी स्थान पर नियमों की अवहेलना होने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, नगर निगम आयुक्त एएच गौरी, अतिरिक्त आयुक्त (आबकारी) अजीत सिंह राजावत, मेडिकल काॅलेज प्राचार्य डाॅ. मुकेश आर्य, पीबीएम अधीक्षक डाॅ. परमिंदर सिरोही, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप आदि मौजूद रहे।