जोधपुर@जागरूक जनता । जोधपुर के लोहावट क्षेत्र में असमाजिक तत्वों व गुंडों का आतंक जग जाहिर है जो आमजन के लिए बड़ी ही समस्या बनकर सामने आते रहे हैं। ऐसा ही गुंडों की तानाशाही का शिकार हुए पत्रकार सत्यनारायण जोशी जो जोधपुर से लोहावट के रास्ते फलोदी की ओर आ रहे थे तभी कुछ अज्ञात लोग मुंह बांधे हुए उनकी गाड़ी का पीछा करने लगे। जोशी ने जैसे तैसे पुलिस को सुचित कर वहां से खुद को बचाने में सफलता हासिल की वरना गुंडों के मंसूबों के चलते क्या होता वो सोचनीय मंजर ही था। पुलिस थाना लोहावट को दी लिखित रिपोर्ट के अनुसार पत्रकार सत्यनारायण जोशी जो कि जोधपुर से लोहावट के रास्ते फलोदी की ओर आ रहे थे कि अचानक सफेद कलर की गुजरात पासिंग सिफ्ट गाड़ी में अपने मुंह बांधे कुछ लोगों ने उनका कई किलोमीटर तक पीछा कर कभी गाड़ी को ओवरटेक कर अचानक ब्रेक किया जाता कभी पिछे से गाड़ी पर गाड़ी चढ़ाने जैसे हालात बनाने के प्रयास किए जाते। आखिर कार पीछा कर रहे अज्ञात लोगों ने अपनी सिफ्ट गाड़ी को ओवरटेक कर अचानक ब्रेक मारा तो जोशी ने भी गाड़ी रोकी। गाड़ी से मुंह ढके कुछ लोग उतरे और जोशी को धमकी भरे लहजे में कहा कि खनन की खबरें ज्यादा चलाता है मारकर फेंक देंगे घर परिवार वाले लाश को ढूंढते फिरेंगे। उन्होंने जोशी को पत्रकार प्रज्ञा मिश्रा की हत्या का हवाला देते हुए कहा कि उनकी मौत की अबतक गुत्थी सुलझी नहीं तेरा तो पता भी नहीं चलने देंगे। जोशी ने अपनी बुद्धिमता और सजगता का परिचय देकर तुरंत अपनी गाड़ी का गियर लगाया और एक ही स्पीड में सीधे लोहावट पुलिस थाना पहुंचे और पुलिस को आप बीती बताई हालांकि लोहावट से कई किलोमीटर दूर तक वो गुंडे जोशी का पीछा करते रहे लेकिन नाकाम साबित रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए लोहावट थानाधिकारी इमरान खान ने पत्रकार जोशी को हर संभव मदद का आश्वासन दिया साथ ही असमाजिक तत्वों के खिलाफ मामला दर्ज कर जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। थानाधिकारी खान ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर कहीं ओर हमले होते होंगे लेकिन फलोदी लोहावट या बाप क्षेत्र में दबंगई के करने वाले लोगों पर नकेल कसने में पुलिस खुद सक्षम है जिसके परिणामस्वरूप आये दिन लोहावट थानांतर्गत बड़े मामलों के खुलासे हो रहे हैं चाहे उपकागृह से बंदियों के फरारी मामले हो या किसी अन्य अपराधिक मामलों में वांछित आरोपी हो लोहावट पुलिस की पैनी नजर से कोई बच नहीं सकता।
जोशी की गाड़ी का पीछा कर उसे खुलेआम मौत के घाट उतारे जाने की धमकी देने वाले लोग सही मायने में देखा जाय तो राजनीतिक संरक्षण के टुकड़ों पर पलने वाले लोग हैं जो नेताओं के इशारों पर अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों की आवाज बंद करने का काम करते हैं।
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