कोरोना प्रबंधन में नजीर बना राजस्थान एक बार फिर पूर्ण मुस्तैदी और टीम भावना से कार्य करें अधिकारी-उच्च शिक्षा मंत्री
बीकानेर@जागरूक जनता। उच्च शिक्षा मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अधिक घातक है। इसके मद्देनजर सभी अधिकारी पूर्ण मुस्तैदी और टीम भावना से काम करें, जिससे आमजन के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश सरकार इसके प्रभावी प्रबंधन के प्रति कृत संकल्प है। सामूहिक प्रयासों और सजगता से ही इसे हराया जा सकेगा।
श्री भाटी शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में जन अनुशासन पखवाड़ा के क्रियान्वयन एवं कोविड प्रबंधन से संबंधित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान ने कोविड की पहली लहर के दौरान बेहतर कार्य किया, यह पूरे देश के लिए नजीर बना। इस बार भी ऐसे प्रयास हों, जिससे जनहानि को प्रभावी तरीके से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, कोविड प्रबंधन को लेकर बेहद गंभीर है। उनके द्वारा नियमित रूप से स्थिति की समीक्षा की जा रही है। अधिकारी भी इसकी गंभीरता समझें और इसके अनुरूप काम करें।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि जन अनुशासन पखवाड़ा की अनुपालना राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप हो, जिससे कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। कोविड अस्पताल में दवाइयों और आॅक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रहे। वरिष्ठ अधिकारी नियमित रूप से आॅक्सीजन की मांग, आपूर्ति और उपलब्धि की स्थिति की माॅनिटरिंग करें तथा फीडबेक उपलब्ध करवाएं। होम आइसोलेट मरीजों को समय पर दवाइयां मिले। क्वारेंटाइन सेंटर्स में रह रहे मरीजों को समय पर और गुणवत्तायुक्त भोजन उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाए।
श्री भाटी ने कहा कि माइक्रो कंटेंटमेंट क्षेत्रों का विशेष ध्यान रखा जाए। जिले में एनफोर्समेंट की प्रभावी कार्यवाही हो। पुलिस नियमित रूप से गश्त करे और ‘नो मास्क, नो मूवमेंट’ की पालना करवाए। जिले के ब्लाॅक क्षेत्रों में भी आवश्यकता के अनुसार सैम्पल लिए जाएं। कोविड केयर सेंटर्स में सभी व्यवस्थाएं सुचारू रहें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या के अनुपात में आॅक्सीजन एवं अन्य दवाइयां मिले, केन्द्र सरकार के समक्ष इसकी पुख्ता पैरवी की जा रही है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने ब्लाॅक वार लिए गए सैम्पल, पाॅजिटिव तथा एक्टिव केस, पीबीएम सहित अन्य राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों की क्षमता एवं भर्ती मरीजों की स्थिति एवं संसाधनों की उपलब्धता तथा कोविड प्रबंधन के लिए सभी विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने फ्रंट लाइन अधिकारियों द्वारा पिछले एक साल से अधिक समय से किए जा रहे कार्यों की सराहना की तथा अगले कुछ समय तक इस जज्बे को बनाए रखने का आह्वान किया।
*मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत करवाएं पंजीकरण*
श्री भाटी ने वैक्सीनेशन की स्थिति की जानकारी ली तथा दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी नियमित टीकाकरण शिविर लगाने के निर्देश दिए। कोई भी पात्र व्यक्ति इससे वंचित नहीं रहे, इस भावना के साथ कार्य किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के पंजीकरण की समीक्षा की तथा कहा कि यह राज्य सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना है। मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा और निःशुल्क जांच योजना के बाद यह योजना ऐतिहासिक साबित होगी। कोई भी इसके पंजीकरण से वंचित नहीं रहे। इसके लिए प्रभावी योजना बनाकर कार्य किया जाए। उन्होंने पंजीकरण के अब तक के कार्य की समीक्षा की।
*वरिष्ठ अधिकारी रख रहे नियमित नजर*
जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि होम आइसोलेट मरीजों को घरों पर समय पर एवं नियमित दवाईयां पहुंचाने, प्रत्येक जरूरतमंद मरीज को आवश्यक आॅक्सीजन और दवाइयां उपलब्ध करवाने, सैम्पलिंग तथा समय पर रिपोर्ट जारी करने सहित प्रत्येक कार्य के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है तथा इन पर नियमित नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सभी व्यवस्थाएं नियंत्रण में हैं। कोविड गाइडलाइन की अवहेलना करने वालों के खिलाफ नियमित कार्यवाही की जा रही है। प्रत्येक क्षेत्र में कोविड केयर सेंटर चिन्हित किए गए हैं। आवश्यकता के अनुसार इनका उपयोग किया जाएगा।
मेहता ने बताया कि गुरुवार तक 4 लाख 36 हजार से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिले में 186 माइक्रो कंटेंटमेंट क्षेत्र बनाए गए हैं। जिला मुख्यालय पर छह निजी अस्पतालों में भी कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है। उन्होंने कोविड प्रबंधन को लेकर गठित विभिन्न कमेटियों के बारे में बताया तथा कहा कि एनफोर्समेंट की कार्यवाही नियमित रूप से की जा रही है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के पंजीकरण की प्रगति की जानकारी दी।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील कुमार, अतिरिक्त आयुक्त (आबकारी) अजीत सिंह राजावत, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओम प्रकाश, एचसीएम रीपा के अतिरिक्त निदेशक गोपाल राम बिड़दा, मेडिकल काॅलेज प्राचार्य डाॅ. मुकेश आर्य, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ देवेन्द्र चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप, डाॅ. बी. एल. मीणा आदि मौजूद रहे।