
कांग्रेस के निर्मल चौधरी सहित कद्दावर नेता संयम लोढ़ा जिला अध्यक्ष लीलाराम गरासिया सहित सैकड़ों लोगों ने निकाली पैदल यात्रा ।
माउंट आबू @ जागरूक जनता। पिछले दिनों से बहुचर्चित अरावली बचाओ अभियान में पैदल यात्रा की शुरूआत बुधवार को कांग्रेस के युवा छात्र नेता निर्मल चौधरी उनके पूरे संगठन के सैकड़ो के साथ हुई । माउंट आबू में पहुंचे इन सभी सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ युवा नेता निर्मल चौधरी व अन्य नेताओं ने अर्बुदा माता मंदिर में जाकर दर्शन किया । दर्शन के बाद में साधु संतों का आशीर्वाद लेने के बाद एक पैदल रैली निकाली गयी । जो शहर के विभिन्न मार्गो से होती हुई आबूरोड तलहटी तक पहुंचेगी ।
क्या कॉंग्रेस सरकार में ही इस मुद्दे की परिभाषा सही व सुदृढ़ रूप में पैरवी का अंग बनती तो क्या पैदा होते ऐसे हालात ….?
इस प्रश्न के जवाब में सिरोही के पूर्व विधायक व कद्दावर नेता संयम लोढ़ा की ओर से जो प्रतिक्रिया आईं वह इस प्रकार थी कि, यह एक प्रकार से खनन माफियाओं, जँगल के क्षेत्रों में व्यवसाय कर होटल्स व ऊपरी अधिकारियो की एक लॉबी षड्यंत्र रचा कर के काम कर रही है । लोगों को इसी षड्यंत्र को समझना होगा । किस किस प्रकार से पहले सेन्ट्रल एम्पावर्ड कमेटी ( CEC ) की मुख्य रीढ़ को खत्म किया गया । व बाद में केंद्र सरकार के रिटायर्ड अधिकारियों को उसी कमेटी में डालकर पंगु बना दिया गया है । जो केंद्र सरकार के डिक्टेशन यानि दूसरे अर्थो में निर्देशन में काम कर रही है । इसलिए जो केंद्र की सरकार चाह रही थी । ठीक उसी प्रकार की सिफारिश व अपनी राय को रखा । जिससे इस प्रकार के हालात उतपन्न हुए ।
युवा नेता निर्मल चौधरी के अनुसार मुख्य रूप से जहां-जहां पर भी अरावली की पर्वत श्रृंखलाएं जा रही है वहां पर उनकी पदयात्रा जाएगी और आम लोगों के बीच में या जन जागरण का कार्य करते हुए इस अभियान को गति प्रदान करेंगे ।
वहीं पर युवा नेता निर्मल चौधरी ने अपने अरावली बचाओ अभियान की शुरूआत जब अर्बुदा माता मंदिर में दर्शन करने के बाद मीडिया से बात की उनका कहना था इस सन्दर्भ पूरी व्याख्या गलत रूप में कई गयी है । जिसके लिए सभी वह एजेंसियों के साथ साथ केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार हैं जो आज साढ़े पाँच हजार वर्ष पुरानी पर्वत श्रृंखला को शत-विषत करते हुए अरावली के मूल अस्तित्व को ही समाप्त कर देना चाहती है । लेकिन आज के युवा जाग्रत है और शिक्षित भी वह इस समन्वित षड्यंत्र को समझ रहे है । इस के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ही सवाल कर लिया कि ,आपकी सरकार में अधिकांश मंत्रियों व नौकरशाही के बच्चे बड़े बड़े निजी विद्यालयों व विदेशों में पढ़ रहे हैं । उन्होंने अपना व अपने बच्चो का भविष्य* सुरक्षित कर लिया है । आए दिन मीडिया में भाजपा के केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मन्त्री भूपेंद्र यादव व पूरी भाजपा मीडिया संस्थानों में जो बयानों की भरमार कर रहे है । वह आम जनता को भ्रामक करने वाली है ।


